लखनऊ :कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन की नींव रख सकते हैं. अभी तक कांग्रेस के साथ किसी भी पार्टी ने गठबंधन नहीं किया है. ऐसे में शिवपाल यादव के अखिलेश यादव के साथ न जाने से कांग्रेस पार्टी से गठबंधन के रास्ते खुले हुए हैं.
आचार्य प्रमोद कृष्णम रख सकते हैं कांग्रेस की प्रसपा से गठबंधन की नींव मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के साथ आचार्य प्रमोद कृष्णम एक ही रथ पर नजर आए हैं. ऐसे में चर्चाएं चल रहीं हैं कि शिवपाल सिंह यादव की पार्टी से कांग्रेस का गठबंधन हो सकता है. गौरतलब है कि कृष्णम प्रियंका की सलाहकार समिति में शामिल हैं. हालांकि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों ही के नेता इसे व्यक्तिगत संबंध करार दे रहे हैं.
आचार्य प्रमोद कृष्णम रख सकते हैं कांग्रेस की प्रसपा से गठबंधन की नींव राजनीतिक गलियारों में इन दिनों यह चर्चाएं तेज हैं कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के साथ रथ पर यूं ही सवार नहीं हुए. भविष्य में इसके राजनीतिक मायने भी सामने आ सकते हैं. वजह है कि कांग्रेस पार्टी छोटे दलों से गठबंधन के लिए तैयार है और शिवपाल भी अखिलेश के साथ नहीं जा पा रहे हैं. लिहाजा, यूपी में कांग्रेस पार्टी ही शिवपाल के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में जा सकती है. यात्रा निकाल रहे शिवपाल सिंह यादव के रथ पर सवार आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ भविष्य की राजनीति पर चर्चा भी हुई है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम रख सकते हैं कांग्रेस की प्रसपा से गठबंधन की नींव कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की सलाहकार समिति में आचार्य प्रमोद कृष्णम भी शामिल हैं. ऐसे में शिवपाल के साथ रथ पर सवार होने को लेकर चर्चाएं होना लाजिमी हैं. कहा यह भी जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव की पहले भी कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात हो चुकी है. ऐसे में कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि 2022 विधानसभा चुनाव में शिवपाल कांग्रेस के साथ खड़े नजर आएं.
यह भी पढ़ें :गरीबों को देंगे 300 यूनिट मुफ्त बिजली, प्रदेश को बचाएंगे बुल और बुलडोजर से : अखिलेश यादव
शिवपाल फिलहाल सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बनाए गए जनभागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ खड़े हैं. इस मोर्चे का हिस्सा एआईएमआईएम के मुखिया अससुद्दीन ओवैसी भी हैं. आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद भी. कांग्रेस पार्टी के साथ अगर शिवपाल गठबंधन में आते हैं तो इन पार्टियों के साथ आने की भी संभावना बन जाएगी. इससे मजबूती से पार्टी खड़ी हो सकती है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम रख सकते हैं कांग्रेस की प्रसपा से गठबंधन की नींव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के मुख्य प्रवक्ता दीपक मिश्र का कहना है कि सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ शिवपाल सिंह यादव लगातार आवाज बुलंद किए हुए हैं. वह सभी पार्टियों से अपील कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी को हराने का लक्ष्य लेकर उनके साथ आएं. अगर शिवपाल संघर्ष कर रहे हैं तो प्रियंका गांधी भी संघर्ष कर रही हैं. भाजपा को हराने के लिए दोनों को साथ आना ही चाहिए. जहां तक शिवपाल के रथ पर प्रमोद कृष्णम के सवार होने की बात है तो यह उनके व्यक्तिगत संबंध हैं. इसलिए वह उनके साथ आए. आगे-आगे देखिए कई और चेहरे भी साथ खड़े नजर आएंगे.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. उनकी अपनी विचारधारा है. उनका अपना मेनिफेस्टो है. उत्तर प्रदेश में सिर्फ प्रियंका गांधी ही संघर्ष नहीं कर रही हैं. जहां तक बात आचार्य प्रमोद कृष्णम के शिवपाल के रथ पर सवार होने की है तो उनके व्यक्तिगत संबंध हैं. इसलिए वह साथ गए.