लखनऊ :राजधानी स्थित एसजीपीजीआई संस्थान शुक्रवार को 26वां दीक्षांत समारोह मनाएगा. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मौजूद रहेंगे. दीक्षांत समारोह के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मेधावी छात्रों को मेडल पहनाकर सम्मानित करेंगे. कार्यक्रम में एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमान संस्थान की पिछले एक साल की उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे. साथ ही संस्थान के भविष्य के प्लान का भी एलान करेंगे.
दीक्षांत समारोह कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा, जहां कुछ विशिष्ट अतिथियों व वरिष्ठ प्रोफेसर के अलावा शेष लोग वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे. आगामी दीक्षांत समारोह का कार्यक्रम शुक्रवार की शाम पांच बजे होगा. दीक्षांत कार्यक्रम के लिए संस्थान की तरफ से तैयारियां पूरी हो चुकीं हैं. इसी क्रम में संस्थान में होने वाले कार्यक्रम का एक दिन पहले मिनट-टू मिनट रिहर्सल किया गया. रिहर्सल के दौरान कई विभागों के एचओडी शामिल रहे, वहीं संकाय सदस्यों ने राष्ट्रपति व राज्यपाल की भूमिका निभाकर कार्यक्रम का रिहर्सल किया.
बता दें, कि एसजीपीजीआई लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. इस वर्ष एसजीपीजीआई ने रोबोटिक विधि से किडनी ट्रांसप्लांट समेत कई उपलब्धियां हासिल कीं हैं. एसजीपीजीआई की आधारशिला 41 वर्ष पूर्व रखी गई थी. एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमान बताते हैं कि 41 वर्ष पहले एक सुपर स्पेशलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित करने का फैसला किया गया. 14 दिसम्बर 1980 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीवा रेड्डी ने संजय गांधी अयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) की आधारशिला रखी थी. इसके बाद वर्ष 1982 से संस्थान के निर्माण के प्रथम चरण का आरंभ हुआ था. संस्थान में वर्ष 1988 से ओपीडी, आईपीडी व शैक्षणिक कार्य प्रारंभ हो गए थे. एसजीपीजीआई का ऑल इंडिया रैंकिंग संस्थान की लिस्ट में टॉप फाइव में स्थान रहा है.