लखनऊ: यूपी में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. स्थिति यह कि कई जिले वायरस मुक्त हो चुके थे. वहीं सप्ताहभर में 23 जिलों में वायरस दोबारा पहुंच गया है. ऐसे में तीसरी लहर का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. क्रिसमस के बाद केसों में बढ़ोतरी ज्यादा देखी जा रही है. गुरुवार सुबह राज्य में 14 नए केस मिले. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी.
यूपी में बुधवार को 1 लाख 70 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 118 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में जुलाई में मिले थे. वहीं 36 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 25 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है.
वहीं लखनऊ में 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया.
इन वायरस मुक्त जिलों में मिले मरीज
बागपत, बरेली, बिजनौर, गोरखपुर, कन्नौज, सोनभद्र, बदायूं, बलिया, बलरामपुर, बस्ती ,बुलंदशहर, चंदौली, एटा ,फर्रुखाबाद, हापुड़, कासगंज, कौशांबी, कुशीनगर, ललितपुर, मुरादाबाद, संभल, शाहजहांपुर, श्रावस्ती हैं। यहां पहले कोरोना का सफाया हो गया था. अब एक-एक और दो-दो केस जिलों में हैं.
दो जिलों में ओमिक्रोन, 80 हजार निगरानी समिति अलर्ट
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए है. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.