कुशीनगर: जिले का तरया सुजान थाना(taraya sujan police station) एक बार फिर वायरल हो रहे ऑडियो के कारण चर्चा में आ गया है. वायरल ऑडियो(viral audio) में शराब और बालू के अवैध कारोबार से जुड़े मुद्दों पर वसूली और कार्यप्रणाली को लेकर बातचीत हो रही है. इस ऑडियो में एसएचओ धर्मेंद्र सिंह को यह कहते साफ सुना जा रहा है कि दारू और बालू का अवैध कारोबार कभी बंद नहीं हो सकता है. ऑडियो का संज्ञान लेकर एसएचओ धर्मेंद्र सिंह समेत तीन पुलिस कर्मियो को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही पूरी बहादुरपुर पुलिस चौकी को लाइनहाजिर कर दिया गया है.
ऑडियो से उजागर हुआ पुलिस का सच
दरअसल, तरया सुजान थानाक्षेत्र के बहादुरपुर पुलिस चौकी(bahadurpur police chauki) पर अवैध शराब और अवैध बालू के कारोबार में पुलिस की हिस्सेदारी को लेकर सिपाहियों और चौकीइंचार्ज के बीच तालमेल नहीं हो रहा था, जिसको देखते हुए थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह खुद मोर्चा संभालने पहुंचे. वह अवैध कारोबार को लेकर गठजोड़ के साथ वसूली के तरीकों को समझाने लगे, जिसपर मातहत भी थानाध्यक्ष की बातों से सहमति जाहिर कर रहे थे. उसी दौरान का किसी ने ऑडियो बनाकर वायरल कर दिया, जिससे अवैध कार्यो में पुलिस का गठजोड़ और पुलिसिया कार्रवाई का सच उजागर हो गया.
पुलिस का दावा अवैध शराब और बालू कारोबार कभी नहीं होगा बन्द
कुशीनगर जिले में एक बार फिर पुलिस की अवैध धंधों की सक्रिय भागीदारी उजागर हो गई है. सोशल मीडिया पर कुछ पुलिसकर्मियों के बीच की बातचीत का ऑडियो खूब वायरल हो रहा है. ऑडियो में दावा किया गया है कि अवैध दारू और बालू की तस्करी कभी बंद नहीं हो सकती. करीब 6 मिनट के इस ऑडियो में यूपी-बिहार के बॉर्डर पर चल रहे अवैध धंधों की गतिविधियां की पूरी कहानी बयां हो रही है. चर्चा में है कि ये ऑडियो तरया सुजान पुलिस का है, लेकिन एसएचओ इससे इंकार कर रहे हैं.
एक हजार ट्रकों में एक को पकड़ पुलिस पूरी करती हैं औपचारिकता
ऑडियो में यह कहते साफ सुना जा रहा है कि दारू और बालू का अवैध कारोबार कभी बंद नहीं हो सकता है. पुलिस 1000 ट्रकों में एक को पकड़कर अपनी औपचारिकताएं पूरी करती है. अगर ऐसा भी नहीं किया गया जाए तो शेर को भला भोजन कौन डालेगा. पुलिस के यह दावे विभाग और सरकार दोनों की पोल खोलने वाले हैं. इस ऑडियो में एक बालू का ट्रक पकड़े जाने पर सिफारिश करने गए लोगों के बीच बातचीत रिकार्ड है. ऑडियो में एसएचओ यह बता रहे हैं कि हाईवे से जाने वाले ट्रकों को वह कभी नहीं पकड़ते हैं. कभी-कभी भी एक-आध ट्रक पकड़ कर औपचारिकता निभाते हैं. 1000 ट्रक में से महज एक वाहन ही पुलिस पकड़ती है. बाकी ट्रकों में कुछ भी जा रहा है, उससे पुलिस को कोई मतलब नहीं है. बातचीत के क्रम में एसएचओ कहते हैं कि इंस्पेक्टर अगर फील्ड में निकले तो कुछ कार्रवाई होनी ही चाहिए.