कानपुर : एकसप्ताह पहले पूरे देश में होली का त्योहार धार्मिक तौर पर मनाया गया. लेकिन क्रांति के शहर कानपुर में आज भी होली मनाई जा रही है. स्वतंत्रता संग्राम की एक खास घटना का जश्न मनाने के लिए पूरा शहर रंगों से सराबोर हो गया है. इसकी शुरुआत आज हटिया के रज्जन बाबू पार्क से तिरंगा झंडा रोहन के साथ हुई.
78 वर्षों से कानपुर में मनाई जा रही गंगा मेला की होली, ये है ऐतिहासिक परंपरा
कानपुर में आज गंगा मेला का पर्व मनाया गया. इस दौरान पूरा शहर रंगों से सराबोर रहा. लगभग 78 वर्षों से यह परंपरा जारी है. पूरे देश में केवल कानपुर में ही यह गंगा मेला का महा पर्व मनाया जाता है.
कानपुर के ऊपर का आसमान आज नीला नहीं बल्कि बसंती हो रहा है. वह बसंती रंग, जिसका चोला पहनकर क्रांतिकारी फांसी चढ़े थे. हटिया का प्रसिद्ध होली शहर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करते हुए निकल रहा है. दरअसल क्रांतिकारियों के इस शहर में एक सप्ताह तक होली मनाने की परंपरा स्वाधीनता संग्राम की एक घटना से जुड़ी हुई है,जो अंग्रेजी हुकूमत की हार का प्रतीक है.
लगभग 78वर्षों से पूरे देश में केवल कानपुर में ही यह गंगा मेला का महा पर्व मनाया जाता है. आज इस गंगा मेला में हटिया रज्जन बाबू पार्क में जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत और एसएसपी अनंत देव समेत कई विधायक पहुंचे.इस दौरान डीएम और एसएसपी ने शांतिपूर्ण तरीके से गंगा मेला मनाने की अपील की. इस दौरान लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदान किए जाने की अपील भी की गई.