कानपुर: सिर्फ इस दुनिया में मेरे माता-पिता ही हैं, जिन्होंने हमेशा मेरी दिक्कतों को समझा और मुझे सही सलाह दी. आज वह दिन है, जब उनकी प्रेरणा से मैंने नीट में 720 में से 710 अंक हासिल किए. माता-पिता का सपना था कि उनकी बेटी भी डॉक्टर बने और लोगों की मदद करे. जिस तरह वह सभी की मदद करते हैं. नीट का परिणाम आते ही, उनका सपना पूरा हो गया. यह कहना था, शहर की बेटी बरीरा अली का.
NEET RESULT 2023: कानपुर की बरीरा अली को पहले प्रयास में मिली 42वीं रैंक, जानिए कैसे की तैयारी - Barira ali got 42 rank in neet exam
कानपुर की बरीरा को नीट में 42वीं रैंक मिली है, इसी के साथ वह फीमेल वर्ग में यूपी टॉपर बन गई है. माता-पिता की प्रेरणा से चुनी नीट की राह. अच्छी रैंक मिलने केबाद एम्स दिल्ली में दाखिला मिलने की उम्मीद है. बरीरा को किताबें पढ़ना व फिल्में देखना अच्छा लगता है.
बरीरा को नीट के रिजल्ट में वैसे तो आल इंडिया 42वीं रैंक मिली है. लेकिन उनका दावा है कि उन्होंने फीमेल वर्ग में यूपी टॉप किया है. खुशनुमा स्वभाव वाली बरीरा ने बताया कि कुछ माह पहले ही उनका 12वीं का परिणाम आया था. 11वीं से ही वह नीट की तैयारी कर रही थीं और पहले ही प्रयास में सफलता उनकी मुट्ठी में आ गई. बरीरा ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां डॉ. निखत सिद्दकी (स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ) व पिता डॉ. सुहेल को तो दिया है, साथ ही अपने कोचिंग इंस्टीट्यूट के शिक्षकों को भी दिया. बरीरा ने कहा कि कोचिंग इंस्टीट्यूट में तैयारी करने से जो भ्रम या संदेह थे वह भी दूर हो गए.
एम्स दिल्ली में मिल सकता है दाखिला:बरीरा ने बताया कि उन्हें जो अंक मिले हैं, उनमें नियमानुसार उनका दाखिला एम्स दिल्ली में हो सकता है. एम्स दिल्ली से ही वह अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती हैं. पढ़ाई के अलावा बरीरा की पहली पसंद क्या है? इस सवाल के जवाब में बताया कि किताबें पढ़ना व फिल्में देखना उन्हें बेहद पसंद है. वहीं, माता-पिता के डॉक्टर होने की वजह से वह अक्सर ही मेडिकल के क्षेत्र में नई-नई जानकारियां भी हासिल करती रहती हैं. नीट की तैयारी करने वाले सभी छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि तीनों विषयों पर अपनी पकड़ मजबूत रखें. जब तैयारी ठोस होगी तो निश्चित तौर पर आप सफल जरूर होंगे. बिना किसी तनाव व दबाव के अपनी पढ़ाई करें. जिससे पहले ही अटैम्प्ट में आप सफल हो सकें.