कानपुर देहात:संत शोभन सरकार का लंबी बीमारी के बाद बुधवार सुबह निधन हो गया. शोभन सरकार के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए कोरोना को भूलकर हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे हैं. उनके अनुयायी और भक्त बड़ी संख्या में शोभन सरकार की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. शोभन सरकार के पार्थिव शव को लेकर भक्त उनके सोनऊढ़ा आश्रम के पास गंगा नदी के तट पर पहुंचे, जहां उन्हें जल समाधि दी गई.
शोभन सरकार को दी गई जल समाधि, नहीं रखा गया सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान
विख्यात शोभन मंदिर के महंत 1008 स्वामी विरक्तानंद जी महाराज का बुधवार सुबह निधन हो गया. जानकारी मिलते ही अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे, जिसके बाद उनके पार्थिव शव को सोनऊढ़ा आश्रम के पास गंगा नदी के तट पर जल समाधि दी गई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रखा गया.
दी गई जल समाधि
पवन तनय आश्रम के महंत गोपाला नंद महाराज ने बताया कि शोभन सरकार ने अपनी अंतिम इच्छा व्यक्त की थी कि उनका अंतिम संस्कार सोनऊढ़ा आश्रम के पास गंगा नदी में जल समाधि देकर किया जाए. इसी के अनुसार उन्हें गंगा जी में जल समाधि दी गई.
नहीं रखा गया सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान
उनके निधन की खबर सुनते ही कई गांवों के लोग लॉकडाउन के बावजूद सुबह से ही पहुंचना शुरू हो गए थे. पुलिस ने भी किसी को रोकने की कोशिश नहीं की. शिवली पहुंचने वालों में बच्चे, बूढ़े, युवा और महिलाएं सभी शामिल थे. इस दौरान न तो लोगों में कोरोना वायरस का खौफ दिखा और न ही लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आए.