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...जब लेखपालों को गिरफ्तार करने गई पुलिस को बस में लगाना पड़ा धक्का - कन्नौज ताजा समाचार

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में लेखपालों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया, लेकिन CAA के बाद अलीगढ़ में हुए बवाल को देखते हुए पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई, जिसके बाद धारा 144 के उल्लंघन को लेकर लेखपालों की गिरफ्तारी की गई.

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पुलिस ने लेखपालों को किया गिरफ्तार.

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Published : Dec 17, 2019, 10:41 PM IST

कन्नौज: एस्मा लागू होने के बावजूद अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठे लेखपालों पर पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन को लेकर सख्ती दिखाते हुए उनकी गिरफ्तारी की. इस दौरान लेखपालों और प्रशासन के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. बता दें कि लेखपालों को गिरफ्तार कर ले जा रही पुलिस की बस ही खराब हो गई और फिर पुलिस को इस बस में धक्का तक लगाना पड़ा.

पुलिस ने लेखपालों को किया गिरफ्तार.

पुलिस ने लेखपालों को किया गिरफ्तार

  • कन्नौज कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी मांगों पर अड़े लेखपालों का धरना प्रदर्शन 9 नवम्बर से चल रहा है.
  • अलीगढ़ में हुए बवाल को लेकर पूरे यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई है.
  • लेखपाल संघ एस्मा लगाये जाने के बावजूद धरने से हटने को लेकर मानने को तैयार नहीं है.
  • मौके पर पुलिस-प्रशासन के साथ उपजिलाधिकारी शैलेश कुमार ने लेखपालों को कानून न तोड़ने की सलाह देते हुए उन्हें धरना समाप्त कर घर चले जाने को कहा.
  • लेखपाल पुलिस प्रशासन के सामने अड़े हुए थे और अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करने पर उतारू थे.
  • इस बात को लेकर प्रशासन ने पुलिस को इन लोगों की गिरफ्तारी किए जाने के आदेश दिये.
  • आदेश के बाद धरने पर बैठे सभी लेखपालों को पुलिस ने गिरफ्तार कर बस में बैठा दिया.
  • लेखपालों को पुलिस लाइन भेजने के लिए बस में बैठाया, लेकिन जब बस को चालू किया गया तो वह आगे नहीं बढ़ पाई.
  • किसी तकनीकी खराबी के कारण बस मौके से हिल तक न सकी, जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस बल ने धक्का मारकर बस को आगे बढ़ाया.
  • पुलिस बल के धक्का मारने के बाद बस चालू होकर आगे बढ़ सकी.

लेखपालों के संबंध में शासन से स्पष्ट निर्देश आ चुके हैं कि कोई भी किसी भी प्रकार का धरना नहीं करेगा. पहले से भी कानून व्यवस्था के संदर्भ में निर्देश दिए जा चुके हैं कि धारा 144 लागू है. 5 से अधिक व्यक्ति एक जगह इकट्ठे न हों. इनके द्वारा परमिशन भी नहीं ली गई थी. लोकल मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मियों द्वारा कहने के बाद भी ये नहीं हटे और नारेबाजी करने लगे. इसके लिए इनको प्रीवेंटिव तौर पर अरेस्ट किया गया है.
-शैलेश कुमार, उपजिलाधिकारी सदर

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