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उन्नाव-कानपुर के बाद अब कन्नौज में गंगा घाट पर दफनाए जा रहे शव - Bodies found buried on the Ganges Ghat

हाल ही में कानपुर और उन्नाव में गंगा घाट किनारे शवों को दफनाने की खबरें आई थी. अब इस मामले में इत्रनगरी कन्नौज भी अछूती नहीं रही. यहां पर भी गंगा किनारे शवों को दफनाया जा रहा है. वहीं जिला प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है. मामला उजागर होने पर एडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं.

dead body found in sand at mahadevi ganga ghat
उन्नाव में गंगा घाट पर दफनाए जा रहे शव.

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Published : May 15, 2021, 11:50 AM IST

Updated : May 15, 2021, 12:06 PM IST

कन्नौज: जिले में कोरोना का कहर बदस्तूर जारी है. कोरोना का संक्रमण शहरी इलाकों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेजी से फैल रहा है. बेहतर इलाज न मिलने की वजह से मौतों का सिलसिला भी तेजी से बढ़ा है. ऐसे में लोग शवों का दाह संस्कार करने की बजाय उसे महादेवी गंगा घाट किनारे दफन करना शुरू कर दिए हैं. अभी तक करीब 50 से अधिक शव दफन किए जा चुके हैं. इतना ही नहीं, कोरोना संक्रमण से मौत होने पर भी शवों का दाह संस्कार करने की बजाय दफनाया जा रहा है. हाल ही में हुई बारिश की वजह से कब्र की मिट्टी हटने से मामला उजागर हुआ.

गंगा घाट पर दफनाए जा रहे शव.

शव को दफनाते समय एक व्यक्ति पीपीई किट पहनकर शव को दफन कराते हुए दिखा, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि चोरी छिपे गंगा घाट पर कोरोना संक्रमित शवों को दफनाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है.

एक माह में दो हजार शवों का हुआ अंतिम संस्कार
कोरोना पूरे देश में तबाही मचा रहा है. साथ ही अब कोरोना वायरस ने गांव की तरफ अपना रुख कर लिया है. इससे संक्रमितों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है, जिसके चलते मौतों का सिलसिला भी बढ़ा है. इससे श्मशान घाटों में लोगों को चिता जलाने के लिए जगह तक नहीं मिल रही है. महादेवी गंगा घाट पर एक माह में करीब दो हजार लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है. ऐसे में लोगों ने दाह संस्कार की झंझट से बचने के लिए शवों को दफनाना शुरू कर दिया है. महादेवी गंगा श्मशान घाट पर 50 से अधिक शव गंगा के किनारे रेती में दफन नजर आ रहे हैं.

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पीपीई किट पहनकर शव दफन करते आए नजर
गंगा किनारे रहने वाले ग्रामीण भी दबी जुबान में कोरोना संक्रमितों के शव को दफन किए जाने की बात कह रहे हैं. जब शवों के दफनाने की खबर की ईटीवी भारत की टीम ने पड़ताल की तो इसका एक नजारा कैमरे में भी कैद हो गया. जब कुछ लोग एक शव को दफनाने के लिए गड्ढा खोद रहे थे तब उन लोगों में एक व्यक्ति पीपीई किट पहने खड़ा हुआ था. इससे अनुमान यह लगाया जा रहा है कि यह शव किसी कोरोना संक्रमित का है. इस प्रकार की हो रही लापरवाही पर लोग प्रशासन का ध्यान दिलाने की बात भी कह रहे हैं.

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जल स्तर बढ़ने पर गंगा में उतराते मिलेगे शव
लोग शवों को गंगा के किनारे सटकर दफन कर रहे हैं. जब बरसात के मौसम में गंगा का जल स्तर बढ़ेगा तब तेज धार के साथ रेती बहने पर दफन किए गए शव पानी में उतराते मिलेगे. तेज बहाव के साथ बह कर आगे की ओर निकल जाएंगे और कहीं न कहीं गंगा के जल को प्रदूषित करते हुए संक्रमित कर देंगे.

कमेठी गठित, तीन दिन में मांगी जांच रिपोर्ट
मामला संज्ञान में आते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. एडीएम गजेंद्र सिंह ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है. यह टीम तीन दिन में जांच रिपोर्ट एडीएम को सौंपेगी. टीम में सदर एसडीएम गौरव शुक्ला, सीओ सदर शिव प्रताप सिंह व एसीएमओ डॉ. जेपी सलोनिया शामिल हैं.

महादेवी घाट पर अप्रैल माह में हुए अंतिम संस्कार

तारीख मौत
10 अप्रैल 24
11 अप्रैल 30
12 अप्रैल 32
13 अप्रैल 29
14 अप्रैल 26
15 अप्रैल 26
16 अप्रैल 50
17 अप्रैल 45
18 अप्रैल 48
19 अप्रैल 54
20 अप्रैल 70
21 अप्रैल 72
22 अप्रैल 65
23 अप्रैल 69
24 अप्रैल 82
25 अप्रैल 82
26 अप्रैल 74
27 अप्रैल 70
28 अप्रैल 76
29 अप्रैल 88
30 अप्रैल 81

महादेवी घाट पर मई माह में हुए अंतिम संस्कार

तारीख मौत
1 मई 66
2 मई 62
3 मई 52
4 मई 62
5 मई 55
6 मई 39
7 मई 46
8 मई 30
9 मई 51
10 मई 39
11 मई 35
12 मई 51
13 मई 44
14 मई 37

एक वीडियो मिला है, जिसमें गड्ढा खोदकर शव को दफनाने की प्रक्रिया की जा रही है. लोगों द्वारा आशंका जताई गई है कि नदी किनारे शव दफन किए जा रहे हैं, जिसके लिए टीम गठित कर दी गई है. टीम तीन दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट भेजेगी.

-गजेंद्र सिंह, एडीएम

Last Updated : May 15, 2021, 12:06 PM IST

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