जौनपुर : समाजवादी पार्टी के शासनकाल में स्वीकृत हुआ मेडिकल कॉलेज आज तक बन कर तैयार नहीं हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कॉलेज के लिए 137 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए थे. 2017 में सरकार बदलते ही जौनपुर का मेडिकल कॉलेज राजनीति की भेंट चढ़ गया. पैसों की कमी के कारण कॉलेज का काम रुका पड़ा है.
जौनपुर : सरकार की अनदेखी के चलते रुका मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य
सपा सरकार के कार्यकाल में शुरु हुआ मेडिकल कॉलेज निर्माण का कार्य अधर में है. समय के साथ प्रशासन की अनदेखी और सरकार से बजट न मिल पाने के कारण निर्माण कार्य में लगभग डेढ़ साल की देरी हो चुकी है.
अधर में लटका निर्माण कार्य
क्या है पूरा मामला-
- जौनपुर में मेडिकल कॉलेज की मांग लंबे समय से हो रही थी, जिसे 2015 में सरकार की ओर से मंजूरी मिल गई थी.
- समाजवादी पार्टी की सरकार ने 137 करोड़ रुपये जारी किए थे पर सरकार बदलते ही यह कॉलेज राजनीति का शिकार हो गया.
- पिछले 2 सालों में योगी सरकार ने कॉलेज के लिए मात्र 57 करोड़ रुपये जारी किए हैं.
- पहले यहां पर काम करने के लिए 2000 मजदूर आया करते थे, जिनकी संख्या अब मात्र 150 रह गई है.
- निर्माण एजेंसी का काम कर रहे व्यक्ति ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण में डेढ़ साल की देरी हो गई है.
- इससे अब कॉलेज निर्माण की लागत भी बढ़ जाएगी.
मेडिकल कॉलेज में इन दिनों डेढ़ से 200 मजदूर काम कर रहे हैं. पहले यह संख्या डेढ़ से दो हजार तक थी. सरकार बदलने के बाद फैसलों में आई देरी के कारण काम की रफ्तार सुस्त हुई है, जिससे इसकी लागत भी बड़ी है.
-आलोक अग्निहोत्री, डायरेक्टर अग्नि कंपनीज