हाथरस: जिले में आज भी गहमा-गहमी जारी है. लोगों में गांव में अंदर जाने को लेकर बहस चल रही है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी गांव के लोगों को भी अंदर नहीं जाने दे रहे हैं. एसआईटी जांच के बहाने मीडिया पर भी पाबंदी लगा रखी है.
बता दें कि योगी सरकार लगातार विपक्ष के हमलों से परेशान है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी केंद्र सरकार से यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखनाथ मठ भेजने तक की मांग कर डाली है.
इसके अलावा हाथरस जिले में जिस प्रकार से मीडिया को कवरेज करने से रोका जा रहा है, उसको लेकर भी उत्तर प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पीड़ित परिवार से मीडिया को मिलने से क्यों रोका जा रहा है.
शुक्रवार को भी लोगों को गांव जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. चाहे वह पीड़ित परिवार से ही क्यों न हों. पीड़ित परिवार के एक रिश्तेदार ने बताया कि वह अभी गांव से आया है, लेकिन उसे वापस गांव नहीं जाने दिया जा रहा है. वहीं मृतका के एक रिश्तेदार का कहना है कि प्रशासन का रवैया समझ से परे है. उसकी तानाशाही आज भी लगातार जारी है.