हमीरपुर:दशकों से दैवीय आपदाओं की मार झेलने वाले बुंदेलखंड के किसान ऋण माफी की आस में बैंकों का ऋण नहीं चुका रहे हैं, जिससे बैंकों की सेहत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. ऐसे में एनपीए के बढ़ रहे बोझ पर लगाम लगाने और किसानों को सहूलियत प्रदान करने के लिए जिले की अग्रणी इलाहाबाद बैंक ने एक पहल की है.
ऋणमाफी की आस में लोन नहीं चुका रहे हैं किसान. इलाहाबाद बैंक ने किसानों के लिए बांटे गए ऋण के नवीनीकरण की योजना लाई है. इस योजना से किसान अपने ऋण खाते का नवीनीकरण कराकर फसल बीमा योजना का लाभ उठाने के साथ-साथ ब्याज में भी छूट का लाभ भी पा सकते हैं. इलाहाबाद बैंक के मंडलीय सहायक महाप्रबंधक रणंजय सिंह कहा कि किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के तहत बांटे लोन की वसूली के लिए बैंक एक योजना लेकर आई है.
उन्होंने बताया कि जिले में लगभग साढ़े नौ हजार केसीसी खातों पर 202 करोड़ रुपये की ऋण अदायगी है. बैंक कर्मचारियों द्वारा किसानों को जागरूक किया जा रहा है और किसानों को नवीनीकरण के फायदे बताए जा रहे हैं. सहायक महाप्रबंधक ने कहा कि यदि किसान अपने ऋण खाते में कुछ धनराशि जमाकर खाते का नवीनीकरण करा लेते हैं तो उन्हें फसल बीमा का लाभ मिलने के साथ-साथ ब्याज में छूट का लाभ भी मिलेगा.
बैंक कर्मचारियों द्वारा किसानों को जागरूक किया जा रहा है और किसानों को नवीनीकरण के फायदे बताए जा रहे हैं. सहायक महाप्रबंधक ने कहा कि यदि किसान अपने ऋण खाते में कुछ धनराशि जमाकर खाते का नवीनीकरण करा लेते हैं तो उन्हें फसल बीमा का लाभ मिलने के साथ-साथ ब्याज में छूट का लाभ भी मिलेगा.
किसान योजना का लाभ उठाकर यदि ऋण अदायगी की तरफ बढ़ेंगे तो उनकी सिविल क्रेडिट खराब नहीं होगी, जिससे वे भविष्य में ऋण सुविधा का लाभ उठा सकेंगे.
-रणंजय सिंह, इलाहाबाद बैंक के मंडलीय सहायक महाप्रबंधक