उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

जो मंदिर जाने से डरते थे आज वोट बैंक के लिए मंदिर-मंदिर भटक रहे : दिनेश शर्मा

डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 187 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं के शिलान्यास के अवसर पर बोल रहे थे. कहा कि भारत में रहना होगा तो यहां की संस्कृति और संस्कार के साथ रहना होगा. कहा कि आज का सैनिक स्कूल प्रदेश का पांचवां सैनिक स्कूल है. यह यहां के युवाओं के लिए सेना में जाने के द्वार खोलेगा.

जो मंदिर जाने से डरते थे आज वोट बैंक के लिए मंदिर मंदिर भटक रहे : दिनेश शर्मा
जो मंदिर जाने से डरते थे आज वोट बैंक के लिए मंदिर मंदिर भटक रहे : दिनेश शर्मा

By

Published : Jul 23, 2021, 10:44 PM IST

गोरखपुर: डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि किसी भी माकपा, भाकपा और अन्य दल के नेता ने कभी भगवान श्रीराम के दर्शन नहीं किए क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं उनका वोट बैंक न कम हो जाए. पर अब वोट की खातिर मंदिर-मंदिर भटक रहे हैं.

कहा कि विपक्षी हम पर तंज कसते थे. कहते थे कि रामलला हम आएंगे, मंदिर यही बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे. लेकिन मोदी और योगी ने तारीख भी बताई और अब भव्य मंदिर का निर्माण भी करा रहे हैं.

जो मंदिर जाने से डरते थे आज वोट बैंक के लिए मंदिर मंदिर भटक रहे : दिनेश शर्मा

डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 187 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं के शिलान्यास के अवसर पर बोल रहे थे. कहा कि भारत में रहना होगा तो यहां की संस्कृति और संस्कार के साथ रहना होगा. कहा कि आज का सैनिक स्कूल प्रदेश का पांचवां सैनिक स्कूल है. यह यहां के युवाओं के लिए सेना में जाने के द्वार खोलेगा.

शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा. कहा कि पूर्व की सरकारों में शिक्षा का स्तर इतना खराब हो चुका था कि कोई भी किसी दूसरे के नाम से परीक्षा में बैठकर पास हो जाता था. जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई, इस भ्रष्टाचार पर पूर्ण विराम लग गया है.

यह भी पढ़ें :प्रदेश में वंशवाद और जातिवाद कर पिछली सरकारों ने फैलाया था अराजकता का माहौल : योगी

कहा कि आज का दिन पुण्य का दिन है. पूरा यूपी बदल रहा है. साढ़े चार साल पहले जो अराजकता और अस्थिरता का माहौल था, उसके बीच आजके सुधरे हुए माहौल की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. कहा, 2017 में 19 मार्च को भाजपा की सरकार बनी. मुझे पता चला कि शिक्षा मंत्री का पद मिला है. उस समय बोर्ड की परीक्षाएं चल रहीं थीं.

औचक निरीक्षण में वाहन पर ढेर सारी रद्दी कागज ले जाते देखा तो पूछा कि यह क्या है. पता चला कि कागज की फैक्ट्री नहीं बल्कि यहां उनके औचक निरीक्षण की वजह से नकल सामग्री को परीक्षा केंद्र से हटाया जा रहा है. परीक्षा के ठेके हुआ करते थे. बाहर के राज्यों से यहां लोग परीक्षा देने आते थे.

इतनी अराजकता थी कि परीक्षा केंद्रों की बोली लगती थी. आज किताबें 60 से 70 फीसदी कम दामों पर उपलब्ध हैं. स्कूलों में पारदर्शी व्यवस्था के साथ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. पहले लाखों के नकल के ठेके हुआ करते थे.

ऑनलाइन टीचिंग ने बच्चों के भविष्य को बिगड़ने से बचाया. समय से सत्र को संचालित किया जा रहा है. शिक्षा की दुर्व्यवस्था को दूर कर बेसिक शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन किया गया. 11 नए विश्विद्यालय बने. 4-5 और खुलने वाले हैं. मेडिकल काॅलेज खुल रहे हैं. विश्व स्तरीय चिकित्सा व्यवस्था गोरखपुर को मिल रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details