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गोरखपुर एयरपोर्ट पर अधिकारियों-कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचाव की दी गई ट्रेनिंग

यूपी के गोरखपुर एयरपोर्ट पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया गया. एनडीआरएफ वाराणसी के असिस्‍टेंट कमांडेट डॉ. अमित त्रिपाठी ने यह प्रशिक्षण दिया.

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गोरखपुर एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिया गया प्रशिक्षण.

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Published : Mar 13, 2020, 11:07 PM IST

गोरखपुर: कोरोना वायरस को लेकर को लेकर पूरे देश में अलर्ट है. एयरपोर्ट से लेकर सभी सार्वजनिक स्‍थलों पर एहतियातन साफ-सफाई के साथ ही सावधानी बरतने की सलाह भी दी जा रही है. यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने भी 22 मार्च तक सभी स्‍कूल-कॉलेज को बंद करने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में गोरखपुर एयरपोर्ट पर तैनात अधिकारियों को भी कोरोना वायरस से बचने के लिए क्‍या-क्‍या उपाय करने हैं, इसकी ट्रेनिंग दी गई.

कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिया गया प्रशिक्षण.

डायरेक्टर ने दी जानकारी
गोरखपुर एयरपोर्ट के डायरेक्‍टर एके द्विवेदी ने बताया कि एनडीआरएफ के चिकित्‍सकों ने एयरपोर्ट और पुलिस के अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है. उन्‍होंने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए उन्‍हें उपाय भी बताए गए हैं.

एयरपोर्ट पर जागरूकता कार्यक्रम का किया गया आयोजन

एनडीआरएफ वाराणसी के असिस्‍टेंट कमांडेट डॉ. अमित त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए एयरपोर्ट पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. उन्‍होंने बताया कि लोगों को यह बताया गया है कि परेशान होने की जरूरत नहीं है, लेकिन साफ-सफाई बरतने की जरूरत है.

डॉ. अमित त्रिपाठी ने बताया कि एयरपोर्ट एक सार्व‍जनिक स्‍थल है. ऐसे में त्‍योहारों का दिन होने के कारण लोग कई जगहों पर आते-जाते हैं. हमारे देश में कई पॉजिटिव केस कोरोना के हुए हैं. सिक्‍योरिटी स्‍टाफ डायरेक्‍ट पैसेंजर्स के टच में होते हैं. ऐसे में एहतियात बरतने की आवश्‍यकता होती है कि किसे मॉस्‍क लगाना है और किसे ग्‍लब्‍स पहनना है.

सेनेटाइजर का करें प्रयोग

उन्होंने बताया कि अल्‍कोहलयुक्‍त सेनेटाइजर को यूज करना है. बायोमेडिकल कचरा को देखने वाले लोगों को एहतियात बरतना है. एयरपोर्ट अथॉरिटी पहले से ही अहतियात बरत रहा है. मार्केट में सेनेटाइजर और मॉस्‍क नहीं मिल रहे हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है.

डॉ. अमित त्रिपाठी ने बताया कि जब कोई सर्दी-जुकाम और खांसी वाले मरीज से मिले, तो सावधानी बरतने और मॉस्‍क पहनने की जरूरत है. अपने घर पर कपड़े का मास्‍क बनाया जा सकता है. उसे बार-बार डिटरजेंट और साबुन से धोकर धूप में सुखाने के बाद ही यूज करें.

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