गोरखपुर: जिले में 16 अगस्त को निषाद पार्टी (Nishad Party) ने स्थापना दिवस मनाया था. उसी दौरान पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद और उनके कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी, सीएम योगी समेत बीजेपी के बड़े नेताओं को खून से पत्र लिखकरभेजा था. अब इसका असर बहुत तेजी से होता दिखाई दे रहा है. गुरुवार 19 अगस्त को दिल्ली में डॉ. संजय निषाद के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष की हाईलेवल मीटिंग हुई. इसमें उत्तर प्रदेश की सियासत में निषाद समाज को अहमियत देने के लिए सहमति बनी है.
निषाद पार्टी के महासचिव श्रवण निषाद ने मीडिया को बताया कि निषादों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की वर्षों पुरानी उनकी मांग को पूरी करने पर केंद्र और राज्य सरकार मन बना चुकी है. उम्मीद है कि बहुत जल्द इन फैसलों को सरकार अमल में भी लाएगी.
संजय निषाद के साथ बीजेपी के तीनों शीर्ष नेताओं की बैठक भाजपा नेतृत्व की संगठनात्मक बैठक के बाद देर रात गृह मंत्री अमित शाह के सरकारी आवास पर हुई, जिसमें यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी शामिल हुए थे. संजय निषाद के मुताबिक आरक्षण को लेकर निषादों ने पिछली सरकारों में जो आंदोलन किये थे, उसमें उन पर राजनीति मुकदमे लगाए गए थे. उसकी वापसी समेत अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र और पहले की तरह मछुआरों के जीविकोपार्जन के संसाधन ताल, झील, जलाशय, पोखरा का पट्टा आवंटन की व्यवस्था फिर से शुरू करने पर सहमति बनी है. साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी की हिस्सेदारी और निषाद बाहुल्य सीटों को लेकर भी चर्चा हुई है.