गोरखपुर: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पूरे देश में हाहाकार मचा दिया है. ऐसे में गोरखपुर भी इस संक्रमण से अछूता नहीं है. यहां पर भी अब संक्रमितो की तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में सूबे के मुखिया ने भी जिला प्रशासन के साथ बैठक कर नाइट कर्फ्यू पर विचार विमर्श किया था. इसके बाद जिला प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू को प्रभावी तरीके से रविवार से लागू कर दिया. 18 अप्रैल तक रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक जिले में नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा.
गोरखपुर में ADG जोन ने नाइट कर्फ्यू का लिया जायजा
बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गोरखपुर में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. नाईट कर्फ्यू लगने के बाद गोरखपुर के हर चौकी क्षेत्रों में पिकेट लगाकर चेकिंग की गई. एडीजी जोन ने नाइट कर्फ्यू का जायजा लिया और सभी चौकी इंचार्ज और थाना अध्यक्षों को निर्देशित किया कि जो भी बिना अनावश्यक घर से निकले उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
अप्रैल के पहले सप्ताह से ही कोरोना वायरस ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया था, जहां मार्च महीने के आखिरी तक संक्रमितों की संख्या केवल दहाई के अंकों तक ही सीमित थी. वहीं 1 अप्रैल से ही यह संख्या सैकड़ा पार करने लगी. ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार जांच की संख्या बढ़ाने की बात कह रहा था, लेकिन जांच की संख्या बढ़ाने के बाद संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा होने लगा, जिस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए नाइट कर्फ्यू का निर्णय जिला प्रशासन द्वारा किया गया. नाईट कर्फ्यू लगने के बाद गोरखपुर के हर चौकी क्षेत्रों में पिकेट लगाकर चेकिंग की गई. एडीजी जोन अखिल कुमार ने नाइट कर्फ्यू का जायजा लिया और सभी चौकी इंचार्ज और थाना अध्यक्षों को निर्देशित किया कि नाइट कर्फ्यू के बाद जो भी बिना अनावश्यक घर से निकले उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
जनपद के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में आठ बजे के आस-पास लोगों ने अपनी-अपनी दुकानों बंद कर घरों की तरफ रुख कर लिया. ऐसे में इक्का-दुक्का लोग भी सड़कों पर दिखाई दिए. शहर की सड़कों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा. समय से पहले ही दुकाने बंद हो गई. जिला प्रशासन ने ये साफ कह दिया है कि केवल एमरजेंसी सेवाओ को ही नाइट कर्फ्यू के तहत छूट दी जाएगी, लेकिन बेवजह घरों से निकलने वाले का चालान किया जाएगा. वहीं पुलिस भी पूरे मुस्तैदी के साथ राहगीरों और अन्य लोगों से घरों में रहने की अपील कर संक्रमण के चैन को तोड़ने का प्रयास कर रही है. वहीं आम जनमानस भी नाइट कर्फ्यू के तहत जिला प्रशासन का सहयोग करता दिखाई दे रहा है.