गोरखपुर: जिले के गुलरिहा इलाके में अपंजीकृत और अनट्रेंड कर्मियों के सहारे चलने वाले अस्पताल में नवजात की मौत पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. अस्पताल पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही सारे कर्मचारी छोड़ फरार हो गए.
डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात की मौत. डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात की मौत
जिला महाराजगंज के श्यामदेउरवा थाना अंतर्गत पिपरालाला निवासी सुनीता को प्रसव पीड़ा होने पर उसे देर रात भटहट स्थित प्रियांशु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. प्रसूता के ससुर तुलसी के मुताबिक अस्पताल के चिकित्सकों ने रात करीब 11 बजे सुनीता का ऑपरेशन किया, जिससे एक लड़का पैदा हुआ. बुधवार दिन करीब 2 बजे नवजाज की हालत गंभीर हो गई. चिकित्सकों ने झुनिया स्थित गोल्डन अस्पताल भेज दिया, जहां 4 बजे नवजात की मौत हो गई.
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नवजात की मौत से गुस्साए परिजनों ने किया हंगामा
आक्रोशित परिजन भटहट हॉस्पिटल पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया. सूचना मिलते ही अस्पताल पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही सारे कर्मचारी अस्पताल से भाग निकले. परिजनों ने मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों से की. एडिशनल सीएमओ नीरज कुमार पाण्डेय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रसूता को बीआरडी मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए भिजवाया.
चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप
प्रसूता के ससुर तुलसी प्रसाद का अस्पताल के संचालक पर आरोप है कि उनके बहू को ऑपरेशन से पुत्र हुआ, लेकिन चिकित्सक के लापरवाही से कुछ देर बाद नवजात की हालत गंभीर हो गई और उसकी मौत हो गई. ससुर का आरोप है कि बहू का ऑपरेशन अनट्रेंड कम्पाउंडर से कराया गया, जिससे रक्तश्राव होने लगा.
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बहुत पहले शिकायत मिली थी, तो गोपनीय तरीके से टीम भेजकर अस्पताल को सील कर दिया गया था. बावजूद इसके अस्पताल संचालकों ने सील तोड़कर फिर से अस्पताल को संचालित किया. अभी एक और मामला संज्ञान में आया है, जहां प्रसूता तो ठीक है, लेकिन नवजात की मौत हो गई है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
- श्रीकांत तिवारी, सीएमओ