गोंडा: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव 2021 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. गांवों की सरकार को तय करने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. राजनीतिक दलों के साथ-साथ सरकार भी तमाम तरह की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है. गोंडा में परिसीमन के बाद ग्राम पंचायतों का विस्तार किया गया है. इसलिए गोंडा में ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन किया गया है.
यूपी पंचायत चुनाव में जिले में डेमोग्राफिक रिपोर्ट पर एक नजर. परसीमन के बाद गोंडा की डेमोग्राफिक रिपोर्टनिर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. इसके बाद भी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारना शुरू कर दिया है. गोंडा में इस साल परिसीमन हुआ है. परिसीमन के बाद 160 नए ग्राम पंचायतों को पंचायत क्षेत्रों में शामिल किया गया है. परसीमन से पहले यानी साल 2015 में जिले में ग्राम प्रधानों के 1054 पद थे. इस बार परिसीमन के बाद 160 ग्राम पंचायत बढ़ गए, जिसके बाद गोंडा जिले में ग्राम प्रधान के 1214 पद हो गए हैं. अनसूचित जाति की महिला स्त्री 71,अनसूचित जाति 127,पिछड़ा वर्ग महिला 112,पिछड़ा महिला व पुरुष 209,सामान्य महिला 226,आरक्षित 469 हैं.
गोंडा में पंचायत चुनाव के आंकड़े राजदेवी बक्स सिंह कर्मभूमि गोंडा जिला राजदेवी बक्स सिंह कर्मभूमि है, जिन्होंने देश की आज़ादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. वहीं कवि अदम गोंडवी की जन्मस्थली और कर्मस्थली गोंडा ही है, जिसकी कविताएं पूरे देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में लोगों को गुदगुदाया है.
गोंडा में पंचायत चुनाव के आंकड़े जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की कुल आबादीगोंडा में कुल 1214 ग्राम पंचायतें हैं. इनकी आबादी 26 लाख 53 हजार 357 है. जिले में होने वाले पंचायत चुनावों के लिए 1480 मतदान केंद्र व 4195 मतदान स्थल बनाए गए हैं, जहां पर पंचायत चुनाव में मतदाता वोट करेगा. पंचायत चुनाव में 27 हजार कार्मिक लगाए जाएंगे, जिसकी फीड का काम चल रहा है.
गोंडा में पंचायत चुनाव के आंकड़े