गाजीपुरः गाजीपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक महिला का शव कार्यालय के सामने रखकर मृतका के परिजन और सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन शुरू कर दिया गया. प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस अधिकारियों समेत पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा. प्रदर्शन कर रहे मृतका नंदनी के परिजन और सपा नेता ने खानपुर थाना पुलिस समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर धारा 302 का मामला दर्ज करने और मृतका के परिजनों को कुछ मुआवजा देने की मांग की.
पुलिस ने पटक-पटककर ले ली बेटी की जान
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे मृतका के पिता गोरखनाथ यादव ने बताया कि पुलिस ने उनकी बेटी को पटक-पटककर मार डाला. पुलिस ने उसे पटक दिया, जिससे उसके नाक और मुंह से खून निकलने लगा और तुरंत उसकी मौत हो गयी. वो अपने पति को छुड़ा रही थी और पुलिस ने उसे पटक दिया.
विकास से रुपये लेती थी पुलिस
जिला पंचायत सदस्य कमलेश यादव ने बताया कि विकास यादव पर पुलिस ने कई फर्जी मुकदमा दर्ज कर रखा था और बार-बार मोटी रकम लेकर उसे छोड़ देती थी. उसने पैसा देने से मना कर दिया और पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर वो अपने परिवार को लेकर अपने ननिहाल चला गया. पुलिस ने उसका पीछा वहां भी नहीं छोड़ा. उन्होंने बताया कि विकास यादव को भी गोली लगी है, जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.
रात को घर में घुसी पुलिस टीम
वहीं, विकास यादव के भाई सोनू यादव ने बताया कि रात के 2.30 बजे खानपुर एसओ अपनी टीम के साथ पहुंचे और दरवाजा को तोड़कर घर में घुस गये. इसके बाद भाई को ले जाने लगे. जब उसकी भाभी ने इसका विरोध किया तो आकाश सिंह ने उसे धक्का दे दिया, जिससे उनकी मौत हो गयी. सुबह सभी को पता चला कि विकास को भी गोली लगी है.