नई दिल्ली/गाजियाबाद: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेतृत्व में गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन किया गया. सुबह 9:00 बजे से ही जिला मुख्यालय परिसर के बाहर भारतीय किसान यूनियन के नेता और कार्यकर्ता जुटने लगे. सुबह 11:30 बजे भारतीय किसान यूनियन के नेता और कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला मुख्यालय परिसर में दाखिल हुए. इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की. जिसके बाद जिला मुख्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम यूनियन ने ज्ञापन सौंपा.
किसानों ने गाजियाबाद में किया प्रदर्शन. भारतीय किसान यूनियन राज(अराजनैतिक) के जिला अध्यक्ष विजेंदर चौधरी ने बताया संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार काे देशभर में जिला मुख्यालय पर अग्निपथ योजना के खिलाफ किसान विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंप रहे हैं. हमारी मांग है कि जल्द से जल्द अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए या संशोधन किया जाए क्योंकि अग्निपथ योजना युवाओं का भविष्य अंधकार में धकेल देगी. विजेंद्र चौधरी से जब सवाल किया गया कि अब उनका अगला कदम क्या होगा तो उनका कहना था कि राष्ट्रीय नेतृत्व जो भी फैसला लेगा उसको अमल में लाया जाएगा. सरकार मांगों को नहीं मानती है तो जिस तरह से 13 महीने सड़कों पर बैठकर किसानों ने आंदोलन किया था ठीक उसी प्रकार एक और आंदोलन खड़ा करना पड़ सकता है. किसान का बेटा ही जवान बनता है. जवान का भविष्य अंधकार में नहीं जाने दिया जाएगा. युवाओं की आवाज किसान मजबूती के साथ बुलंद करेगा.
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भारतीय किसान यूनियन के एनसीआर अध्यक्ष प्रवीण मलिक ने बताया कि सेना में अधिकतर गरीब, किसान, मजदूर के बेटे जाते हैं. ऐसे में अग्निपथ योजना का मुद्दा सीधे तौर पर किसान से जुड़ा है. हमारी सरकार से मांग है कि सरकार अग्निपथ योजना को खारिज करें या फिर युवाओं के साथ बातचीत कर इसमें संशोधन करें. गाज़ियाबाद जिला उपाध्यक्ष और किसान नेता टिंकू चौधरी ने कहा कि आज तक क्या कभी किसी भी सरकारी महकमे में चार साल के लिए भर्ती हुई है? किसान का एक बेटा देश के लिए अन्न उगाता है तो दूसरा बेटा सीमा पर रहकर देश की रक्षा करता है. अग्निपथ योजना सबसे ज्यादा चोट किसान को पहुंची है.
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विरोध प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हुई. भारतीय किसान यूनियन की महानगर अध्यक्ष पूनम चौधरी ने बताया सरकार किसानों की मांगे जल्द पूरी नहीं करती है तो किसान सड़क पर बैठने को मजबूर होगा. किसान के बेटे के लिए सरकार इतनी बेरहम क्यों है. बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने सेना में भर्ती की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं के राष्ट्रव्यापी विरोध को अपना समर्थन घोषित किया था. विरोध प्रदर्शन को शांतिपूर्ण बनाए रखने की अपील करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने इस योजना को जवान विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी बताया है. वही किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए जिला मुख्यालय पर सुबह से ही भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी. आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. संयुक्त किसान मोर्चा की आगामी राष्ट्रीय बैठक तीन जुलाई रविवार को गाजियाबाद में तय की गई है. इस बैठक में मोर्चा के आगामी कार्यक्रम और संगठन संबंधी फैसले लिए जाएंगे.