गाजियाबाद: लॉकडाउन के बाद भले ही अब अनलॉ-1 का दौर चल रहा है, लेकिन अभी भी कई ऐसे लोग हैं, जिनकी रोजी-रोटी पर संकट है. उन लोगों में घोड़ा-बग्गी चलाने वाले भी शामिल हैं. मुरादनगर के ईदगाह क्षेत्र में रहने वाले कुछ लोग शादी समारोह में घोड़ी बग्गी पर दूल्हे को बिठाकर बारात तक ले जाने का काम करते हैं.
अनलॉक-1: कमाई न होने से घोड़ा बग्गी चलाने वाले भूखमरी की कगार पर - ghaziabad news
अनलॉक-1 में भी कमाई न होने से घोड़ा बग्गी चलाने वाले खासा परेशान दिख रहे हैं. मुरादनगर ईदगाह क्षेत्र में रहने वाले घोड़ा बग्गी चलाने वाले राजू का कहना है कि कमाई न होने से परिवार भूखमरी की कगार पर है.
इन लोगों की आय का मुख्य स्रोत घोड़ा बग्गी चलाना है, लेकिन अब वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते बड़े शादी समारोह पर रोक है. सिर्फ कुछ लोगों के साथ सशर्त शादी करने की इजाजत दी जा रही है. इसमें बैंड बाजा, कैटरर्स और घोड़ा बग्गी वालों की आवश्यकता नहीं पड़ती है. ऐसे में घोड़ा बग्गी चलाकर अपने परिवार का गुजारा करने वालों की हालत खस्ता हो गई है.
घोड़ा बग्गी चलाकर अपने परिवार का गुजारा करने वाले राजू ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से उनका काम बिल्कुल ठप पड़ा है. इसकी वजह से उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पहले शादी के सीजन में 50 हजार रुपये कमा लेते थे, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण शादी का सीजन बर्बाद हो गया. वहीं घोड़ा बग्गी चलाने वाले इसरार ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से सब बर्बाद है, घोड़ियों को खिलाने के लिए चारा भी नहीं है. अब भूखे मरने की नौबत आ गई है.