फिरोजाबाद: कोरोना महामारी के बीच जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम को भी गहरा झटका लगा है. लॉकडाउन में नसबंदी के ऑपरेशन के जो आंकड़े हैं, वह हैरान कर देने वाले रहे हैं. परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत होने वाले नसबंदी के ऑपरेशन में पिछली साल की तुलना में इस बार काफी कमी आई है. हालांकि दावा किया जा रहा है कि इस दौरान लोगों ने अस्थायी उपाय अपनाकर जनसंख्या विस्फोटक को रोका है. जिले में स्वास्थ महकमा अब लोगों को जागरूक करने की बात कह रहा है.
भारत वर्ष 1952 में राज्य प्रायोजित राष्ट्रीय परिवार नियोजन शुरू करने वाला पहला देश था. तभी से सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन के ऑपरेशन नियमित रूप से होते रहे हैं, लेकिन इस बार कोविड 19 महामारी के दौर में परिवार नियोजन के कार्यक्रम को बड़ा झटका लगा है. स्वास्थ्य विभाग के जो आंकड़े हैं, उसके मुकाबले इस साल अक्टूबर महीने के जो आंकड़े हैं, वह लक्ष्य की ओर पिछले साल की तुलना में काफी कम हैं. जबकि इस साल अप्रैल-मई माह में एक भी नसबंदी नहीं हुई. इसके अलावा जून से अक्टूबर तक 496 ही ऑपरेशन हुए हैं, जबकि लक्ष्य 3493 का इस जनपद को मिला था.
इतने हुए ऑपरेशन