फतेहपुर: जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीजल और पेट्रोल की लगातार बढ़ रही कीमतों को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम करने की मांग की.
बाइक को पैदल घसीटकर जताया विरोध
जिले में गुरुवार को नगर और ग्रामीण क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र व प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों ने डीजल-पेट्रोल की बढ़ रही कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए बाइक को तांगे में लादकर व बाइक को पैदल घसीटकर अपना विरोध जताया. इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना से बचाव के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए फेस कवर, मास्क, सेनेटाइजर आदि का प्रयोग किया गया.
कांग्रेसियों ने लगाए नारे
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 'पेट्रोल-डीजल के दाम वापस लो' , 'देश में पहली बार डीजल हुआ पेट्रोल के पार' , 'पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम वापस लो' के नारे लगाए तथा तख्तियां लहराई. इसके साथ ही प्ले कार्ड व बैनर लहराते हुए शहर में घूमते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान जिलाध्यक्ष अखिलेश पांडेय, शहर अध्यक्ष मोहसिन खान, पूर्व सांसद व प्रदेश महासचिव राकेश सचान सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश पांडेय ने कहा कि यह सरकार आम जनता के हित की सरकार नहीं है. यह किसान विरोधी सरकार है. इस समय खेती का कार्य जोरों पर हैं. ट्रैक्टर से लेकर इंजन में किसान डीजल का उपयोग करते हैं, जिनकी कीमतें आसमान छू रही हैं. 70 वर्षों में जो नहीं हुआ, वह केंद्र व प्रदेश सरकार ने वह कर दिखाया.
फतेहपुर: डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन
यूपी के फतेहपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीजल और पेट्रोल की बढ़ रही कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन.
अध्यक्ष ने कहा कि आज डीजल के दाम पेट्रोल से ज्यादा हो गए हैं. ऐसा कभी नहीं हुआ, जबकि इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत बहुत कम है. कांग्रेस की मांग है कि मुनाफाखोरी के लिए डीजल-पेट्रोल पर लगाए 69% एक्ससाइज ड्यूटी को सरकार कम करें. अन्तरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार यदि सरकार 35-40 रुपये में भी इसकी बिक्री करे तो भी सरकार को इसका कोई नुकसान नहीं होगा. तेल की बढ़ी हुई कीमतें सरकार वापस ले यही हमारी मांग है.