फर्रुखाबादः जिले में जनता जागृति सेवा संगठन के पदाधिकारियों ने करथिया कांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. उन्होंने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से मारे गए दंपति की पुत्री गौरी के पालन-पोषण के लिए 50 लाख रुपये जमा कराए जाने की मांग भी शामिल है.
करथिया कांड की सीबीआई जांच कराने की मांग. जनता जागृति सेवा संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने सुभाष व उसकी पत्नी रूबी को घर से बाहर निकाल लिया था, लेकिन बाद में उनकी हत्या कर दी गई. पदाधिकारियों ने कहा कि अब तक यह नहीं बताया जा सका कि आखिर इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के पीछे वजह क्या थी. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.
जनता जागृति सेवा संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि योगी सरकार ने बिना जांच कराए ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को दस लाख रुपये देकर सम्मानित कर दिया. वहीं सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार ने बताया कि ज्ञापन लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर राज्यपाल को भेजा जाएगा.
कोतवाली मोहम्मदाबाद के अंतर्गत गांव करथिया निवासी शातिर सुभाष बाथम और उसकी पत्नी रूबी ने 25 बच्चों को घर के अंदर बंधक बना लिया था. करीब 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया था. हालांकि पुलिस मुठभेड़ में सुभाष की मौत हो गई थी, जबकि उसकी पत्नी रूबी की भीड़ द्वारा पिटाई से घायल हो जाने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
कोतवाली मोहम्मदाबाद के अंतर्गत गांव करथिया निवासी शातिर सुभाष बाथम और उसकी पत्नी रूबी की हत्या हुई थी. इसी के संबंध में जनता जागृति सेवा संगठन के पदाधिकारियों ने सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा है.
अशोक कुमार मौर्य,सिटी मजिस्ट्रेट