चित्रकूटः 7 दिवसीय दौरे पर धर्म नगरी चित्रकूट पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री के 9 नवरत्नों में से एक जगद्गुरु रामभद्राचार्य से मुलाकात की. मुलाकात के बाद जगद्गुरु का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि भागवत के डीएनए वाले बयान पर उन्होंने उनसे नाराजगी जताई है. जगद्गुरु ने मोहन भागवत से कहा कि आपका डीएनए वाला बयान मुझे अनुकूल नहीं लगा. इसके अलावा उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार के कामकाज पर भी भागवत से चर्चा की और कुछ मुद्दों पर नाराजगी जताई.
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत क चित्रकूट दौरे का आज तीसरा दिन है. कल उन्होंने देर शाम पद्मश्री से सम्मानित जगद्गुरु रामभद्राचार्य से मुलाकात करने के लिए उनके तुलसी पीठ निवास पर पहुंचे. जहां उन्होंने जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी से शिष्टाचार भेंट की. इस मौके पर उनके साथ संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होशबोले, राम जन्मभूमि के ट्रस्टी चंपत राय, भैया जी जोशी, पूर्व सहकार्यवाह सुरेश सोनी मौजूद रहे.
जगद्गुरु रामभद्राचार्य से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी के लगभग डेढ़ घंटे तक की मुलाकात चली. जिसके बाद जगदगुरु ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि चित्रकूट विकास परिषद गठन होने पर अब कोई चित्रकूट का विकास नहीं रोक पाएगा. चित्रकूट के मानसिक विकास ना होने से मैं चिंतित हूं. जगद्गुरु ने कहा कि मोहन भागवत यहां आने के लिए उचित समझा इसलिए वह आए थे. मैंने उन्हें राष्ट्रीय देवो भवः का आशीर्वाद दिया है कि राष्ट्र को ही देवता मानो. बता दें कि बीते रविवार को मुस्लिम मंच के एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि लिंचिंग (पीट-पीटकर मार डालने) की घटनाओं में शामिल लोग हिन्दुत्व के खिलाफ हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि लोगों के खिलाफ लिंचिंग के कुछ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं.