चित्रकूट: मानिकपुर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी नेताओं का एक-दूसरे के पार्टी को समर्थन और दल-बदलने का दौर जारी है. इसी कड़ी में पूर्व बसपा कैबिनेट मंत्री दद्दू प्रसाद ने अपना समर्थन सपा को दे दिया है तो मानिकपुर में पूर्व नगर अध्यक्ष बसपा और सेक्टर प्रभारी राजकिशोर ने बसपा सेक्टर अध्यक्ष के साथ समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है. सपा प्रत्याशी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब हमारे प्रचार-प्रसार की गति 4 गुना बढ़ गई है.वहीं भाजपा के सेक्टर अध्यक्ष ने कहा कि इनका वर्चस्व अब इस क्षेत्र में नहीं हैं.
विधानसभा उपचुनाव में दल-बदलने का दौर जारी. समर्थन और पार्टी में शामिल होने के दौर में प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने कहा कि बसपा अब उपचुनाव की लड़ाई में नहीं है. कई बसपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं. यह पार्टी के बढ़ते जनाधार और लोकप्रियता का नतीजा है. बसपा पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के कारण है.
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समाजवादी पार्टी सभी का सम्मान करती है और सभी को सम्मान देती है. मानिकपुर में बसपा और भाजपा दोनों के प्रत्याशी बाहरी जनपद से आकर चुनाव लड़ रहे हैं. बसपा का प्रत्याशी मिर्जापुर तो भाजपा के प्रत्याशी का निवास कहां का है, किसी को पता नहीं, क्योंकि हर दिन एक नई जगह का एलान करते हैं. इन्हें कोई नोएडा तो कोई गाजियाबाद तो कोई दिल्ली का बताता है. इतना जरूर है कि यह सिंडिकेट चलाते हैं. बालू माफिया और गुंडे किस्म के लोगों को जनता ने नकार दिया है.
आगामी 21 अक्टूबर को होने वाले मतदान में जनता द्वारा साइकिल के बटन दबाकर बाहरी जनपद के लोगों को यहां से भगाने का कार्य करेगी. जिसको भारतीय जनता पार्टी ने धोखा दिया जिसे मोदी जी और योगी जी ने धोखा दिया है, उनसे जनता सचेत हो गई है.
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भारतीय जनता पार्टी के सेक्टर अध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य मोहन दास मिश्रा ने टिप्पणी करते हुए कहा कि दद्दू प्रसाद का वर्चस्व क्षेत्र में नहीं बचा है. कई बार उन्हें पार्टी से निकाला गया फिर पार्टी में शामिल हुए. इससे उनका जनाधार खत्म हो गया है. दद्दू प्रसाद से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं. राज किशोर त्रिपाठी के सपा खेमे में जाने से पार्टी के वोट नहीं जाएंगे, क्योंकि कार्यकर्ता और नेता पार्टी छोड़ता है पर वोटर नहीं. मोदी जी और योगी जी के काम को जनता अच्छी तरह से जानती है. जनता के प्रति किये गए कार्य और आकर्षण के चलते लोग भाजपा को वोट करेंगे और निश्चित ही पिछले बार का इतिहास दोहरा कर भारी मतों से भाजपा प्रत्यासी की जीत होगी.