चित्रकूटः कहते हैं जल ही जीवन है...और जब जल की ही कमी होने लगे तो इंसान क्या करेगा...चित्रकूट का पाठा हमेशा से पानी की समस्या से जूझता रहा है. हालात ऐसे हैं कि जरूरत के पानी के लिए लोगों को कोसों दूर पैदल जाना पड़ता है.
गर्मियों में होती है पानी की काफी कमी
गर्मियों का आलम तो यह होता है कि एक ही पानी का चोहड़ा पशु और मनुष्य दोनों की प्यास बुझाता है. पानी की समस्या से जूझते सरकारी व्यवस्था भी गर्मी के शुरू होते ही दम तोड़ देते हैं. हैंडपंप का पानी ग्रामीणों का साथ छोड़ देता है..
अखिल भारतीय समाज सेवा संस्था दे रही घर-घर पानी. संस्था से हो रही काफी मदद
ऐसे में अखिल भारतीय समाज सेवा संस्था इन गरीब मजदूरों के आगे पानी की समस्या का विकल्प बनकर अब खड़ी है...यह जल संकट से जूझ रही ग्राम सभाओं को चिन्हित कर घर-घर पानी उपलब्ध करवा रही है... अब बूढ़ी मां भी कह रही हैं कि हमें पहले से पानी का आराम है.
पेयजल की सुविधा से खुश हैं लोग
अखिल भारतीय समाज सेवा संस्था पेयजल सुविधा उपलब्ध करवा रही है, जिसमें सोलार पंप के द्वारा पानी की टंकी तक पानी पहुंचाया जाता है. पानी की टंकी से पाइप लाइन के सहारे लोगों के घरों के सामने कनेक्शन के द्वारा पानी उपलब्ध कराया जाता है. हालांकि इस सुविधा के लिए इन गरीबों से मात्र 20 से 30 संस्था की ओर से गठित समिति वसूलती है.
समिति इन पैसों से इस पंप और पाइप लाइन का रखरखाव का काम करती हैं. सुबह और शाम दो समय नल से पानी सप्लाई किया जाता है.
अब नहीं जाना पड़ता है पानी के लिए दूर
सोलर वाटर सिस्टम के लगने के बाद ग्रामीणों को पानी भरने के लिए दूर नहीं भटकना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि इसके पूर्व हमें कई किलोमीटर पैदल चल कर पानी भरना पड़ता था जबकि अब हमारे घर के सामने ही पेयजल उपलब्ध है. इससे हम और हमारे बच्चे समय से नहा धोकर विद्यालय जाते है और हम काम पर जा सकते
चित्रकूट के पानी की समस्या से जूझ रहे गांव जैसे केकरामार, गिदुरहा, टिकुरी, चुरेह जैसे कई गावों में अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान सोलर पम्प से पाइप द्वारा घरों तक अपनी पानी से संबंधित सेवाएं देता आ रहा है.
इसे भी पढ़ें- सीएम योगी ने की मेट्रो पर अहम बैठक, गोरखपुर के सभी स्टेशन होंगे एलिवेटेड