बस्ती:जैसे-जैसे निकाय चुनाव 2022 (nikay chunav 2022) नजदीक आ रहा है. वैसे वैसे राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं. जी हां उत्तर प्रदेश का पारा भले ही सर्द हो, लेकिन यहां की राजनीति का पारा गर्म है. आने वाले निकाय चुनाव में प्रत्येक पार्टियां अपने आप को आगे रखने की तैयारियों में जुट गई है. इसी कड़ी में बस्ती सदर से सपा के विधायक महेंद्र नाथ यादव अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे गए, इतना ही नहीं जिला प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सत्ताधारी पार्टी का वोट बढ़ा रही है और समाजवादी पार्टी के मुस्लिम वोटों को कटवा रही है. धरने के बाद अपने समर्थकों के साथ वह सीधा एसडीएम के कार्यालय पहुंचे और एसडीएम शैलेश दुबे का घेराव किया. अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए एसडीएम से कहा कि समाजवादी समर्थक और मुस्लिम सहित 400 वोट जानबूझकर वोटर लिस्ट से काट दिए गए. वोट काटने के लिए जो भी लोग दोषी हैं. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
जानकारी के मुताबिक, बस्ती नगर पालिका के कुछ वार्डों में कुछ लोगों के नाम कट जाने और कुछ के नाम जुड़ जाने की वजह से जिन लोगों को वार्ड से सभासद का चुनाव लड़ना था या अपने नेता को चुनना था. वह नाम कटने की वजह से वंचित हो गए है और अब अपना-अपना आक्रोश जता रहे है. इसी के चलते लोगों ने तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया. लोगों का आरोप है कि विभिन्न वार्डों में ऐसे 400 लोग हैं, जिनका नाम वर्तमान वोटर लिस्ट से काट दिया गया. आपत्ति करने पर उनका नाम जोड़ा भी नहीं गया.
400 समर्थकों और सपाइयों के वोट कट जाने से नाराज सपा विधायक, SDM का घेराव
बस्ती में निकाय चुनाव को लेकर तैयारियां तेज है. लेकिन वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने के कारण सपा विधायक में आक्रोश है. उनका कहना है कि जिला प्रशासन सत्ताधारी पार्टी का वोट बढ़ा रही है और समाजवादी पार्टी के मुस्लिम वोटों को कटवा रही है.
वहीं, जैसे ही इसकी भनक बस्ती सदर सीट से समाजवादी पार्टी के वर्तमान विधायक महेंद्र यादव को हुई. वह अपने लाव लश्कर के साथ बस्ती सदर तहसील पहुंचे और अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए. इतना ही नहीं एसडीएम के कार्यालय में पहुंचकर उनका घेराव किया और कहा कि जितने भी वोट काटे गए हैं और जो लोग भी इसके जिम्मेदार हैं. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो और जो सही वोटर हैं. उनको वोटर लिस्ट में जोड़ा जाए. पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि बस्ती का जिला प्रशासन सत्ताधारी पार्टी के दबाव में काम कर रहा है, जिसमें कई फर्जी नामों को वोटर लिस्ट में बढ़ोतरी की गई, जो वास्तविक वोट हैं. उन्हें वोटर लिस्ट से काट दिया गया. अगर इसे ठीक नहीं किया जाता तो वह धरना प्रदर्शन करेंगे.
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