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बस्ती डीएम और बीजेपी विधायक के बीच जुबानी जंग, सदन तक जाएगा मामला

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में भाजपा विधायक संजय प्रताप जायसवाल और जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन के बीच जुबानी जंग देखने को मिली. जिले में जीरो टालरेंस को लेकर दोनों लोग आमने-सामने दिखाई दिए.

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जिलाधिकारी और विधायक.

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Published : Feb 5, 2020, 7:34 PM IST

बस्ती:भानपुर तहसील सभागार में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन और विधायक संजय प्रताप जायसवाल आमने-सामने आ गए. बस्ती महोत्सव के आयोजन को लेकर दोनों के बीच वैचारिक मतभेद देखने को मिला था, जो एक बार फिर खुलकर सामने आया. भानपुर तहसील में जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करने पहुंचे. उन्होंने यहां मौजूद अधिकारियों को पीड़ितों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने का निर्देश दिया.

जीरो टालरेंस के मुद्दे पर आमने-सामने आए जिलाधिकारी और विधायक.

इस मौके पर डीएम ने अफसरों से भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की जीरो टालरेंस नीति का जिक्र करते हुए कहा ऐसी शिकायतें आ रही है कि राजनैतिक शक्तियों द्वारा कोटेदारों, थानों और ब्लाकों से वसूली की जा रही है. यह स्थिति ठीक नहीं है. इस बारे में पता कर जरूरी कार्रवाई की जाए. विधायक संजय प्रताप जायसवाल 11 बजे तहसील सभागार में पहुंचे. यहां विधायक ने डीएम से राजनैतिक व्यक्तियों से वसूली के सवाल के बारे में जानकारी मांगी.

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विधायक ने कहा कि यह वसूली केवल उनके विधान सभा क्षेत्र में हो रही है या फिर पूरे जनपद में. राजनैतिक व्यक्ति कौन है? इसकी सूची जारी की जाए. कौन से लोग हैं जो वसूली कर रहे हैं, हमको भी बताया जाए. भ्रष्टाचार के जीरो टालरेंस की बात हो रही है, तो हम युवा डीएम के इस पहल का स्वागत करते हैं. वह जल्द ही कार्रवाई के लिए ऐसे लोगों की सूची उपलब्ध कराएंगे जो विभागीय योजनाओं का लाभ देने के बदले जनता का शोषण कर रहे हैं. विधायक ने कहा कि 13 से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है. सदन में इस मामले को उठाया जाएगा.

वहीं जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा कि तहसील दिवस में आने वाली शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की गई थी. भ्रष्टाचार को लेकर शासन की जीरो टालरेंस नीति का जिक्र करते हुए अफसरों को सहेजा गया. भ्रष्टाचार को लेकर काफी शिकायतें आ रही थीं. किसी भी जनप्रतिनिधि के बारे में कोई बात नहीं की गई.

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