बस्तीःसपा के जिला अध्यक्ष और सदर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए महेंद्र नाथ यादव की मुश्किल बढ़ती जा रही है. कोर्ट से एनबीडब्ल्यू वारंट के बाद अब कभी भी उन्हें जेल की हवा खानी पड़ सकती है. फिलहाल उनके दो सगे भाई जितेंद्र और अमरेंद्र सहित विधायक के ड्राइवर व 3 अन्य की बेल जज ने खारिज कर दी. इसके बाद उन सभी ब्लॉक प्रमुख अपहरण कांड में जेल भेज दिया गया.
बता दें कि सपा विधायक महेंद्र नाथ यादव भी अंतरिम जमानत पर बाहर है. बस्ती के बहादुरपुर ब्लाक के प्रमुख अपहरण कांड में सत्र न्यायालय एमपी एमएलए की न्यायाधीश मीनू शर्मा ने सदर विधायक महेंद्र यादव के आरोपी दो भाईयों सहित चार की जमानत याचिका खारिज कर दी. इसके बाद 6 आरोपियों को जिला कारागार में भेज दिया गया. शिकायतकर्ता के अधिवक्ता कृष्ण मोहन उपाध्याय ने अदालत को बताया कि घटना 23 अक्टूबर 2021 की है.
कलवारी थाना क्षेत्र के महुरइया गांव निवासी ओम प्रकाश ने थाने में तहरीर दी कि उनके बहनोई बहादुरपुर ब्लॉक प्रमुख रामकुमार निवासी बबुरहिया को सपा जिलाध्यक्ष व सदर विधायक महेंद्र नाथ यादव ने सहयोगियों के साथ अपहरण कर एक मकान में बंधक बना लिए है. यह सूचना बहनोई रामकुमार ने मोबाइल के जरिए दी. इस मामले में ओमप्रकाश ने 17 मार्च 2022 को कलवारी पुलिस को तहरीर दी, जिस आधार पर पुलिस ने इन सभी के खिलाफ अपहरण सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया.
पुलिस ने रामकुमार को सपा विधायक महेंद्र नाथ यादव के भुअर निरंजनपुर स्थित मकान से छुड़ाया. विवेचना के दौरान महेंद्र के अलावा भाई जितेंद्र यादव, अमरेंद्र यादव के अलावा विवेक कुमार शुक्ला उर्फ पिंटू और जय प्रकाश चौधरी का नाम प्रकाश में आया. पुलिस ने सभी के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में भेजा. यह चारों आरोपी न्यायालय से अंतरिम जमानत पर थे. न्यायालय में चारो आरोपियों ने पूरक जमानत अर्जी दी, जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने अर्जी खारिज कर दिया.
पढ़ेंः Lucknow Mayor: मेयर संयुक्ता भाटिया का कार्यकाल पूरा, लखनऊ में प्रशासक काल लागू