बरेली: कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने अस्पतालों में वेंटिलेटर युक्त बेड की व्यवस्था शुरू की थी, ताकि कोरोना से ग्रसित गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा सके. देश में ऐसे तमाम लोग भी हैं, जो अस्पतालों में वेंटिलेटर का खर्च नहीं उठा सकते हैं. ऐसे में बरेली के युवा इंजीनियर आकाश दीक्षित ने कोरोना काल में एक ऐसा वेंटिलेटर बनाया है, जो लोगों के लिए सस्ता और सुलभ है.
बरेली जिले के केला बाग निवासी आकाश दीक्षित बीटेक के छात्र रहे हैं. हिंदुस्तान में कोरोना का कहर बरसने लगा तो जगह-जगह से हॉस्पिटलों में वेंटिलेटर की कमी की खबरें देखने को मिल रही थीं. तब आकाश ने वेंटिलेटर के बारे में पढ़ा और जाना कि वेंटिलेटर का खर्च कितना आता है. साथ ही मेंटेनेंस के साथ-साथ उसको चलाने के लिए अलग से ऑपरेटर की जरूरत पड़ती है, इसीलिए आकाश ने कम कीमत में एक सस्ता वेंटिलेटर बनाने के बारे में सोचा. कोरोना काल में अपने निरंतर अभ्यास से आकाश ने अपनी सोच से भी कम कीमत वाला और अनूठा वेंटिलेटर बना लिया.