बलिया : सरकारी अस्पताल में सीने में दर्द का इलाज कराने आई महिला को डाक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन लगाने के 15 मिनट के भीतर ही महिला के नाक और मुंह से झाग आने लगा और उसकी मौत हो गई. इस बात को लेकर परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंचे गड़वार थानाध्यक्ष ने परिजनों को समझाया, तब जाकर मामला शांत हुआ.
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परिजनों ने गलत दवा देकर मारने का लगाया आरोप
गड़वार थानांतर्गत के ग्राम सभा बहादुरपुर कारी की पुष्पा देवी (45) पत्नी सत्यदेव पासवान को रविवार सुबह सीने में दर्द हुआ. परिजन उन्हें सुबह 8 बजे स्थानीय सीएचसी ले गए.
यहां करीब डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद डाॅक्टर आये. उन्होंने मरीज की जांच के बाद उसे एक इंजेक्शन लगा दिया. साथ ही जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. सीएचसी से महज 200 मीटर दूर जाने के बाद ही महिला की नाक और मुंह से झाग निकलने लगा और उसकी मौत हो गई.
परिजनों वापस सीएचसी आये और शव को सीएचसी गेट पर रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाकर किसी तरह मामला शांत कराया. साथ ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
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पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी स्थिति
इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डाॅ. रकिब अख्तर से पुछे जाने पर उन्होंने बताया कि आरोप निराधार है. उधर, प्रभारी निरीक्षक गड़वार राजीव सिंह ने बताया कि परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत डॉक्टर के गलत इंजेक्शन लगाने से हुई है. शव को कब्जे में ले लिया गया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के विषय में कुछ कहा जा सकेगा.