बलिया: नगरा थाना क्षेत्र के सिकरहटा में 15 अक्टूबर को खून से लथपथ बेहोशी की हालत में एक छात्रा मिली थी जो शुक्रवार को घटना के सात दिन बाद बीएचयू अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गई. इसी के साथ छात्रा के साथ घटना के सारे राज दफन हो गए.
नगरा थाना क्षेत्र के एक गांव में 14 अक्टूबर की शाम को 13 वर्षीय छात्रा अपने गांव में दशहरा का मेला देखने गई थी. देर रात तक छात्रा अपने घर नहीं पहुंची. अगले दिन सिकरहटा गांव के पास सड़क किनारे खून से लथपथ बेहोशी की हालत में छात्रा मिली थी. उसके हाथों पर धारदार हथियार के निशान थे. छात्रा की ये हालत देखकर लोग दुष्कर्म के बाद हत्या के प्रयास की आशंका जता रहे थे.
मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर हालत में छात्रा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगर में भर्ती कराया. जहां से डॉक्टरों ने छात्रा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया. वहां भी छात्रा की गंभीर स्थिति को देखते चिकित्सकों ने वाराणसी के BHU अस्पताल रेफर कर दिया. तब से छात्रा का लगातार इलाज चल रहा था. इस दौरान छात्रा को एक भी दिन होश नहीं आया.
घटना के सातवे दिन शाम को छात्रा की मौत हो गई. वहीं, पिता ने पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार करने की इच्छा जताई है. इस घटना में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक मुख्य आरोपी नौशाद को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था.
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