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बागपत में पूर्व नौसैनिकों की रिहाई के लिए हवन, कतर में हुई फांसी की सजा

बागपत में पूर्व सैनिकों ने कतर में फांसी (Hanging in Qatar) की सजा पाए पूर्व नौसैनिकों की रिहाई के लिए हवन का आयोजन कर रहे हैं. पूर्व सैनिकों ने कहा कि वह अपने पेंशन का आधा वेतन उनके परिवार वालों को देने का फैसला किया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 2, 2023, 1:21 PM IST

बागपत:कतर में भारत के 8 पूर्व नौसैनिकों को फांसी की सजा सुनाई गई. फांसी की सजा टलवाने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है. पूर्व नौसैनिकों के लिए देश भर में दुआओं का सिलसिला चल रहा है. ऐसे में बागपत के पूर्व फौजियों ने उनकी रिहाई के लिए प्रतिदिन हवन कर उनकी वतन वापसी का अभियान चलाया है.

बता दें कि करीब एक साल से कतर में कैद 8 भारतीय नौसैनिकों को जासूसी के आरोप में बीते दिनों फांसी की सजा सुनाई गई है. इसे लेकर बागपत के बडोली गांव के पूर्व फौजियों ने शिव मंदिर में बुधवार को एक हवन कार्यक्रम आयोजित किया. इस हवन के कार्यक्रम में कई पूर्व सैनिकों ने भाग लिया. साथ ही अपनी आधी पेंशन कतर में फांसी की सजा पाए पूर्व सैनिकों के परिवारों को देने का फैसला किया है.

रिटायर्ड फौजी ओमप्रकाश ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह कतर में फंसे अपने नौ सैनिक भाइयों के लिए सुरक्षित वतन वापसी करने के लिए रोजान हवन कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. वह भारत सरकार से अपने फौजी भाइयों के वापसी की मांग करते हैं. वह इस मुहिम को पूरे जनपद में चलाएंगे. वहीं, हवन कराने वाले पुरोहित सुनील पांडेय ने बताया कि वह कतर में फंसे अपने देश के पूर्व नौ सैनिकों की वतन वापसी की मांग करते हैं. इसके साथ ही वह इस कार्यक्रम में दक्षिणा नहीं लेने का निर्णय भी लिया है.

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