अयोध्या: दारुल उलूम नदवतुल उलेमा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सलमान नदवी शनिवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे. सलमान नदवी के अयोध्या दौरे का मकसद अमन-चैन के साथ मंदिर बनाने पर सहमति के लिए संतों से मिलना बताया जा रहा था, लेकिन प्रशासन ने एहतियातन उन्हें अयोध्या सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया. इस दौरान सलमान नदवी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड गलत कर रहा है, उसे मस्जिद के लिए दी जा रही जमीन ले लेनी चाहिए.
मस्जिद की जमीन ले लेनी चाहिए. टोल प्लाजा के पास की बैठक
जिला प्रशासन, पुलिस और एलआईयू की टीम ने अयोध्या पहुंचने से पहले ही टोल प्लाजा पर उन्हें रोककर वापस लखनऊ भेज दिया. अयोध्या प्रवेश से रोकने में बाद उन्होंने अपने लोगों से टोल प्लाजा के पास ही कुछ देर बैठक की. जिसके बाद उन्होंने कहा कि सुप्रीमकोर्ट से जो भूमि मुस्लिमों को मिली है, उसे मुस्लिमों को लेना चाहिए और जमीन न लेना गलत होगा. राम मंदिर निर्माण एक अच्छी पहल है, सुप्रीम कोर्ट का निर्णय बिल्कुल सही था, जिसे मानना चाहिए.
अयोध्या में कोई कार्यक्रम करना होगा गलत
सलमान नदवी ने कहा कि, वह सौहार्द स्थापित करने अयोध्या आए थे. हालांकि अयोध्या पहुंचने से पहले ही लखनऊ-अयोध्या टोल प्लाजा पर रौनाही के पास उन्हें रोक लिया गया. वहीं उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और इसके बाद इस बात पर सहमति बनी की अयोध्या में मौजूदा समय में कोई कार्यक्रम करना या गतिविधि करना उचित नहीं होगा.
विवाद छोड़कर दें अमन का संदेश
इस दौरान सलमान नदवी ने कहा मेरा मानना है कि जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं वे गलत हैं, क्योंकि हमेशा से ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया जाना था. हमेशा से ही लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है. इसलिए जो जमीन दी जा रही है, उसे लेकर विवाद छोड़कर अमन का संदेश देना चाहिए.
नदवी को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से किया गया था बाहर
सलमान नदवी वापस लखनऊ लौट गए हैं, बता दें कि सलमान नदवी ने श्री श्री रविशंकर के साथ मिलकर इससे पहले मंदिर मस्जिद मामले में समझौते की मुहिम चलाई थी. सलमान नदवी ने मंदिर बनाने की वकालत की थी, जिसके बाद उन्हें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से बाहर कर दिया गया था.