अयोध्या: पाकिस्तान में मंदिरों को तोड़े जाने और हिंदू परिवारों के उत्पीड़न पर संतों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने केंद्र सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने की अपील की है. वहीं राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और श्री मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने कहा है कि पाकिस्तान की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय को विश्व के सभी देश जानते हैं. वहां मंदिरों को तोड़ना, युवतियों का धर्मांतरण करना और जबरन उनकी शादी करना बहुत लंबे समय से होता आ रहा है. पाकिस्तान का आचरण का अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिंदू परिवारों के साथ ज्यादती की जाती है.
पाक को सबक सिखाये सरकार
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि पाकिस्तान में 14 से 28 वर्ष आयु की युवतियों को जबरहन अपहृत कर लिया जाता है. बाद में उनका धर्मांतरण करा दिया जाता है. पाकिस्तान में ऐसा लंबे समय से हो रहा है. वहां हिंदू परिवारों की दुर्दशा को सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं. ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए केंद्र सरकार को नागरिकता संशोधन कानून में संशोधन करना पड़ा. उन्होंने कहा की सीएए पर विपक्षी पार्टियों को विरोध नहीं करना चाहिए. वहीं आचार्य सत्येंद्र दास ने केंद्र सरकार से पाक को सबक सिखाने की अपील की.
समान नागरिक संहिता लागू करे सरकार
रामजन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य व श्री मणिराम दास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने हिंदू परिवारों के उत्पीड़न पर पाकिस्तान की कड़ी निंदा की है. उन्होंने पाकिस्तान में मंदिर तोड़े जाने पर दुख जाताया. कमलनयन दास ने कहा कि सरकार को समान नागरिक संहिता कड़ाई से लागू करना चाहिए.
कांग्रेस ने बढ़ाई देश में गरीबी
कमलनयन दास ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल के अंतरात्मा में देश के लिए जो कार्य रह गया था, उसे पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए हैं. वहीं नागरिकता संशोधन कानून के विरोध पर कमलनयन दास से कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश को गरीब बनाने का कार्य कांग्रेस ने ही किया है. पहले भारतीय मुद्रा और अमेरिकी मुद्रा में मूल्य का कोई अंतर नहीं था. जब यहां से लोगों ने भारतीय रुपये को अमेरिका में ले जाकर जमा कर दिया तो डालर का मूल्य रुपये के मुकाबले कई गुना बढ़ गया.