अयोध्या: रामलला के भव्य मंदिर की तैयारियां जोरों पर हैं. मंदिर का निर्माण युद्धस्तर पर शुरू होने जा रहा है. राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से यह स्पष्ट किया जा चुका है कि राम मंदिर में लोहे या फिर स्टील का प्रयोग नहीं किया जाएगा. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दिल्ली में हुई एक प्रेस वार्ता में राम मंदिर समर्थकों से निर्माण कार्य में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों पर अपना नाम और पता लिखवाकर दान करने की अपील की थी. वहीं अब ट्रस्ट की ओर से कहा जा रहा है कि अलग-अलग स्थानों से तांबे की पत्तियां अगर दान में मिलेंगी तो इसकी क्वालिटी में अंतर आ जाएगा, जिसके चलते अब तांबे की पत्तियां सरकार के माध्यम से ट्रस्ट खरीदेगा.
राम मंदिर ट्रस्ट तांबे की पत्तियों का दान नहीं करेगा स्वीकार, बताई ये वजह
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर श्रीराम जन्म तीर्थ क्षेत्र निर्माण ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साफ किया है कि अभी ट्रस्ट लोगों से तांबे की पत्तियों का दान नहीं लेगा. ट्रस्ट ने स्टैंडर्ड क्वालिटी के तांबे कि पत्तियां खरीदने का निर्णय लिया है.
श्रीराम जन्म तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साफ किया है कि अभी ट्रस्ट लोगों से तांबे की पत्तियों का दान नहीं लेगा. पत्थरों को आपस में जोड़ने के लिए सरकार की स्टैंडर्ड कंपनी का ही तांबा प्रयोग किया जाएगा, जिससे तांबे की गुणवत्ता बनी रहे.
'जल्द जारी होगा विज्ञापन'
श्रीराम जन्म तीर्थ क्षेत्र निर्माण ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हम राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए अखबारों में विज्ञापन देकर लोगों से दान देने की अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि विज्ञापन में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का बैंक अकाउंट, बारकोड, इसका आईएफएससी कोड और बैंक खाते के सारे विवरण दिए जाएंगे.