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नींव खुदाई के दौरान मिले कई महत्वपूर्ण प्राचीन-धार्मिक अवशेष

अयोध्या में भगवान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर नींव खुदाई का काम पूरा हो गया है. 2.77 एकड़ भूमि को 40 फीट गहरा खोदकर मिट्टी हटाई जा चुकी है. नींव खुदाई के दौरान कई प्रचीनकालीन खंडित मूर्ति, मंदिर के अवशेष, स्तंभ, सीता रसोई से संबंधित सिलबट्टा, बेलन, चकिया आदि मिली हैं.

खुदाई के दौरान मिले कई महत्वपूर्ण प्राचीन-धार्मिक अवशेष
खुदाई के दौरान मिले कई महत्वपूर्ण प्राचीन-धार्मिक अवशेष

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Published : Mar 22, 2021, 10:58 AM IST

अयोध्या : श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भगवान रामलला के मंदिर निर्माण का कार्य तेजी के साथ चल रहा है. इस बहुप्रतीक्षित भव्य मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई का काम पूरा हो गया है. 2.77 एकड़ भूमि को 40 फीट गहरा खोदकर मिट्टी हटाई जा चुकी है. नींव खुदाई के बाद अब इसके लेवलिंग का काम चल रहा है. इनमें सबसे खास बात यह है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नींव खुदाई के दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को कई महत्वपूर्ण प्राचीन धार्मिक खंडित मूर्ति, मंदिर के अवशेष, स्तंभ, सीता रसोई से संबंधित सिलबट्टा, रोटी बनाने वाला बेलन-चकिया इत्यादी प्राप्त हुई है.

श्रीप्रकाश गुप्ता, कार्यालय व्यवस्थापक, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट

नींव की खुदाई के दौरान 20 फीट तक प्राप्त हुए कई प्राचीन अवशेष

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय के व्यवस्थापक श्री प्रकाश गुप्ता का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई के दौरान 20 फीट तक कई प्राचीन अवशेष प्राप्त हुए. इससे पूर्व भी प्राचीन शिलाएं निकल चुकी हैं. कुछ खंडित मूर्तियां भी मिली हैं. प्राचीन मंदिर से संबंधित पत्थर के अवशेष प्राप्त हुए हैं. सीता रसोई से खुदाई के दौरान रसोई से संबंधित सिलबट्टा भी प्राप्त हुआ है. चौका-बेलन भी प्राप्त हुआ है.

भगवान रामलला

संगमरमर की प्राप्त हुई चरण पादुका

इसके अलावा मानस भवन की ओर खुदाई के दौरान अति प्राचीन भगवान श्रीराम के सफेद संगमरमर की बनी चरण पादुका भी प्राप्त हुई है. इन सभी अवशेषों को राम जन्मभूमि परिसर में ही संरक्षित कर दिया गया है.

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म्यूजियम बनाकर इन प्राचीन धरोहरों को रखा जाएगा

राम मंदिर के निर्माण के बाद मंदिर में ही म्यूजियम बनाकर इन प्राचीन धरोहरों को रखा जाएगा. श्रद्धालु रामलला के दर्शन के बाद इन प्राचीन धार्मिक अवशेषों का दर्शन कर सकेंगे. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय के व्यवस्थापक श्री प्रकाश गुप्ता ने बताया कि जो 1992 के आसपास की खुदाई के दौरान राम जन्मभूमि परिसर से अवशेष प्राप्त हुए थे, उससे मिलते-जुलते अवशेष राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई के दौरान प्राप्त हुए हैं.

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