अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या पर योगी सरकार काफी मेहरबान है. अयोध्या के विकास के लिए सीएम योगी पहले ही प्रतिबद्धता जता चुके हैं. इसी सिलसिले में बुधवार को जिला मुख्यालय पर हुई जिला योजना समिति बैठक में 400 करोड़ 46 लाख रूपये से रामनगरी को सजाने-संवारने की योजना पर मुहर लगा दी गई है. योजना समिति की बैठक में पारित बजट में जनपद के विकास के शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान, सड़क और गरीब कल्याण के लिए आवास आदि के का खास तौर पर ख्याल रखा गया है.
अयोध्या जिले के विकास पर 400 करोड़ 46 लाख रूपये खर्च किए जाएंगे. पारित बजट में 450 सोलर लाइट, 1881 शिक्षामित्रों का मानदेय, 2 लाख 18 हजार प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं के मिड-डे-मील की व्यवस्था करने की बात की गई. साथ ही केंद्र सरकार की योजनाओं को प्राथमिकता से लागू करते हुए उन्हें लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया गया.
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किसानों का भी रखा गया ध्यान
मुख्य तौर पर 1500 प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास, 18,667 शौचालय निर्माण, 7,500 लघु एवं सीमांत कृषकों की सहायता आदि पर रूपये त्वरित जारी करने की बात की गई. क्षेत्रीय आशा बहू के मानदेय, गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण मानदेय व प्रोत्साहन राशि बढ़ाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई.
गन्ना किसानों पर सरकार गंभीर
45 किलोमीटर सड़क निर्माण व गड्ढा मुक्ति कार्य भी शामिल करते हुए इसकी जानकारी दी गई. नौ प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, भवन निर्माण जैसे बड़े निर्णय भी इस बैठक में लिए गए. इस बैठक में क्षेत्रीय विधायक खब्बू तिवारी ने गन्ना किसानों की क्षेत्रीय समस्याओं की बात सबके सामने रखी, जिसमें सर्वे के दौरान गैर गन्ना किसानों का बड़े भूभाग को दिखाकर आवंटित की गई गन्ना पर्ची पर उन्होंने अधिकारियों को आड़े हाथों लिया. इस पर भी प्रशासन ने कार्रवाई करने का त्वरित आश्वासन दिया.
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सड़कों की बेहतरी पर हुई बात
अयोध्या जिले के रायबरेली रोड पर सड़कों पर बनें जानलेवा गड्ढों, मकबरा स्थित स्टेडियम, खस्ताहाल हॉस्टल, जिला अस्पताल में खराब सीटी स्कैन मशीन व अल्ट्रासाउंड मशीन पर भी इस बैठक में चर्चा हुई.
ओवरब्रिज के निर्माण पर भी सहमति
पंचकोसी परिक्रमा और 14 कोसी परिक्रमा के दौरान सआदतगंज हनुमानगढ़ी व दर्शन नगर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था पर भी चर्चा हुई. साथ ही 14 कोसी परिक्रमा के दौरान बाहरी क्षेत्रों में जहां अत्यधिक भीड़ को लेकर समस्याएं होती हैं. वहां ओवरब्रिज के निर्माण पर भी सहमति बनी. दशरथ समाधि के निकट अंत्येष्टि स्थल जैसे कई समस्याओं को रखा गया.