अमरोहाः जिले की रहने वाली सदफ चौधरी जब गुरुवार को आईएएस बनकर स्कूल पहुंची, तो वहां मौजूद अध्यापकों के खुशी का ठिकाना न रहा. पूरे स्कूल में इस पल से खुशनुमा माहौल हो गया. कभी स्कूल के बेंच पर बैठकर पढ़ाई करने वाली सदफ आज उसी स्कूल में एक अधिकारी बनकर मौजूद थीं.
आपको बता दें कि यूपीएससी परीक्षा में 23वां रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने वाली जोया निवासी सदफ चौधरी गुरुवार को लिटिल स्कॉलर्स अकैडमी पहुंची. इस दौरान स्कूल के अध्यापकों में खुशी का माहौल हो गया. स्कूल के सभी शिक्षकों ने सदफ चौधरी का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया. सदफ चौधरी ने इसी स्कूल से 6 से 12 तक की पढ़ाई की थीं. सदफ चौधरी जब आईएएस बनने के बाद स्कूल के अध्यापकों से मिलीं, तो सभी अध्यापकों ने बताया कि आज हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो गया. स्कूल के प्रबंधक गिरीश बंसल और अनुराधा बंसल में स्टॉफ के साथ उनका खुद ही स्वागत किया.
आईएएस (IAS) बनने के बाद अपने स्कूल पहुंची सदफ चौधरी इसे भी पढ़ें-चुनाव से पहले भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित, पीएम मोदी-मुरली मनोहर जोशी को किया गया शामिल
उन्होंने पढ़ाई के दौरान की बातें साझा कीं और गुरूजन से आत्मीयता से मिलीं. स्कूल के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए सदफ चौधरी ने कहा कि चाहे हमारे जीवन में कितनी भी कठिनाई क्यों ना आए, हमें हार नहीं माननी चाहिए. इसके साथ ही न ही हमें किसी भी बात से पीछे हटना चाहिए. हमारा लक्ष्य है कि हमें हर परेशानी का सामना करके पूरा करना चाहिए और जितने भी छात्र-छात्राएं बैठे हैं. उनमें से कई के सपने बड़े होंगे. अभी से जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर लें और कहा कि लोगों की तरह मैं भी इन्हीं बेंच पर बैठती थी. मेरी सफलता की नींव बीएलएसए के शैक्षिक वातावरण में रखी गई. मैं चाहती हूं कि इस स्कूल का हर बच्चा मेरी तरह नाम रोशन करें.
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