अमेठी:प्रयागराज के बाद अमेठी में सोमवार को डबल मर्डर की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. निमंत्रण से लौट रहे बोलेरो सवार चाचा और उसके भतीजे पर 6 बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दीं. घटना को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश मौके से फरार हो गए. घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची. दोनों घायलों को लेकर पुलिस मुसाफिरखाना सीएसची पहुंची, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. पूरी घटना मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के भददौर गांव की है.
भददौर गांव के रहने वाले संग्रह अमीन सुरेश यादव अपने भतीजे बृजेश यादव और एक अन्य व्यक्ति शुभम वर्मा के साथ निमंत्रण से बोलेरो से अपने घर जा रहे थे. तभी दादरा रोड पर भट्टे के पास सामने से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. घटना को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश मौके से फरार हो गए. दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. वहीं, एम्बुलेंस से दोनों को मुसाफिरखाना सीएचसी पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों में दोनों को मृत घोषित कर दिया. बोलेरे में मौजूद तीसरा शख्स शुभम वर्मा बाल-बाल बच गया. बताया जा रहा है कि मृतक सुरेश यादव को पांच गोलियां लगी थीं. जबकि, बृजेश यादव को दो गोलियां लगी थीं. सात साल पूर्व भी सुरेश यादव के ऊपर प्राण घातक हमला हुआ था.
बृजेश यादव के भाई ने बताया कि बृजेश और चाचा सुरेश यादव को कुछ लोगों ने मार दिया है. उन्होंने बताया कि घटना के दौरान वे साथ में थे. इसके पहले भी इनके ऊपर जलालुद्दीन ने हमला किया था. इनके बाएं हाथ में गोली लगी थी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा की मांग की थी. तत्कालीन सीओ और कोतवाल के साइन भी हैं. लेकिन, आज तक सुरक्षा नहीं मिली. बृजेश यादव के भाई ने कहा किे विवाद पुरानी रंजिश चुनाव का था. इस संबंध में कई बार प्रशासन को बताया था. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि दो शस्त्र की व्यवस्था और गनर की व्यवस्था दी जाय. उन्होंने कहा कि वे कातिलों को पहचानते हैं. लगभग 5 लोगों को वे जानते हैं और 2 को नहीं पहचानते हैं.