अमेठी : घर पेंट करने की बात आती है तो बहुत से लोग "सुरक्षित" पेंट के बारे में चिंतित होते हैं. परिणामस्वरूप, ऑर्गेनिक पेंट ने बाजार में अपनी जगह बना ली है. ऑर्गेनिक पेंट प्राकृतिक अवयवों से बना होता है. ऐसे ही अमेठी में गाय के गोबर से निर्मित पेंट वा अन्य उत्पाद देश के विभिन्न कोनों में धूम मचा रहे हैं. गौ सेवा से शुरू हुआ यह सफर अब कई परिवारों के जीविका के साधन बन गया है. गाय के गोबर से निर्मित पेंट फ्लिपकार्ट और अमेजान पर बिक्री के साथ अन्य दुकानों पर भी बिक रहा है.
गोबर से बन रहा डिस्टेंपर व पुट्टी :यूपी के अमेठी जिले भादर विकासखंड क्षेत्र के भावापुर निवासी धर्म जीत यादव श्री कृष्णा वर्क के नाम से एक प्रतिष्ठान का संचालन कर रहे हैं. यहां गाय के गोबर से निर्मित पेंट की चर्चा खूब हो रही है. इस पेंट के निर्माण में नुकसानदायक केमिकल को दूर रखा गया है. इस पेंट के उपयोग पर आठ प्रकार के लाभ बताए गए हैं. पेंट के साथ डिस्टेंपर व पुट्टी भी बनाई जा रही है. यह पेंट बहुत महंगा भी नहीं है. बाजार व ऑनलाइन मार्केट में 290 प्रति लीटर यह पेंट उपलब्ध है. फिलहाल ग्रामीण इलाके में निर्माण होने से काफी कठिनाई होती है. बावजूद इसके बावजूद धर्मजीत तमाम कठिनाइयों का सामना करते हुए गौ सेवा के साथ गाय के गोबर से ही लगभग 17 प्रकार के आइटम बना रहे हैं. इस काम की शुरूआत लगभग दो साल पहले 10 लाख रुपये की पूंजी से की थी.
उत्पादों में सनातन धर्म की झलक :पेंट के साथ 17 गौ उत्पाद हैं. जिसमें सनातन धर्म के कुछ चिन्ह स्वास्तिक, शुभ-लाभ, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां गाय के गोबर से ईंटें, चप्पल, गाय के गोबर से होली के लिए गुलाल रक्षाबंधन के लिए राखी दीपावली, दीपक सहित कुल 17 उत्पाद हैं जो गोवंशों को संरक्षण देने में भी सहायक साबित हो रहे हैं. इसके अलावा हमारे आर्थिक आय का साधन भी हैं. प्लांट में लगभग 20 परिवारों को रोजगार मिला हुआ है. प्रत्येक व्यक्ति को इसके उत्पादन के माध्यम से पांच से सात हजार रुपये प्रति महीना आय भी हो जाती है. यह प्लांट खासकर गरीब महिलाएं चला रही हैं. काम करने के लिए उनको यहां पर आना भी नहीं पड़ता है. यहां से कच्चा माल ले जाकर के अपने घरों में उत्पाद का निर्माण कर लेती हैं.