प्रयागराज : मन में सच्ची लगन और कठिन मेहनत के साथ कोई भी काम किया जाए तो वह जरूर पूरा होता है. किसी भी लड़ाई की शुरुआत एक आदमी के साथ होती है, फिर धीरे-धीरे कारवां बढ़ता जाता है. अगर देश की महिलाएं आगे आना शुरू कर दें तो उन्हें न्याय दिलाने से कोई नहीं रोक सकता, यह कहना है इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रा नेहा यादव का, जो महिला सुरक्षा के लिए काम कर रही हैं.
नेहा यादव ने महिला सुरक्षा को लेकर कई बार आवाज उठाई. इस अभियान में उन्हें प्रशासन की लाठी भी खानी पड़ी लेकिन उनके कदम पीछे नहीं हटे. आज भी नेहा यादव रेप पीड़िता महिलाओं को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रही हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में अपने लाइफ से जुड़ी कई बातें शेयर की.
महिला दिवस पर नेहा यादव ने महिलाओं को उनके हक के लिए लड़ने को किया प्रोत्साहित नेहा यादव का कहना है कि जब मैं बनारस विश्वविद्यालय में पढ़ती थी तो उसी कैंपस में एक लड़की साथ छेड़छाड़ हुआ. उसी घटना के बाद से ही महिला सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय एक लड़ाई लड़ी. लड़की को न्याय मिले, इसके लिए धरना भी दिया और पुलिस की लाठी भी खाई. उस समय परिवार के लोगों ने विरोध किया. फिर आगे चलकर उनको लगने लगा बेटी महिला हित में काम कर रही है. अब मैं राजनीति के साथ ही महिला सुरक्षा और पीड़ित महिलाओं को न्याय मिले, इसकी लड़ाई लड़ रही हूं. अगर मैं बात करूं राजनेता और राजनीति की तो दोनों जगह महिलाओं को गलत नजर से देखा जाता है लेकिन अगर मन स्वच्छ है तो कोई हिला नहीं सकता.
महिलाओं को आना होगा आगे
आज समय में देश की बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं, जो हर किसी न किसी घटना के शिकार हो रही हैं लेकिन वह समाज के डर से कुछ नहीं बोल पाती हैं. मैं उन महिलाओं और पीड़िताओं से यही कहना चाहूंगी कि अपने न्याय के लिए स्वयं आगे आना होगा.
प्रदेश के हर रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरा
इसके साथ ही सरकार को इस बात को ध्यान देना होगा कि प्रदेश के अंदर जितने भी जीटी रोड हैं, उन सड़कों पर सीसीटीवी लगे होने चाहिए और सिटी बसों पर कैमरे हों, जिससे महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वालों को डर लगे.