अलीगढ़:अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने छात्रों के नाम खुला पत्र लिखा है. उन्होंने छात्रों से कहा है कि लोकतांत्रिक तरीके से जो नागरिकता संशोधन कानून का विरोध हो रहा है. एएमयू प्रशासन उसके खिलाफ नहीं है. वहीं 15 दिसंबर को एएमयू में हुए बवाल पर उन्होंने सफाई दी है कि कैंपस के अंदर असामाजिक लोगों की भीड़ थी. जिसे हटाने के लिए पुलिस बुलाई गई.
कुलपति ने छात्रों के नाम लिखा पत्र. छात्रों के नाम लिखा कुलपति ने पत्र
वहीं पत्र में यह भी लिखा गया है कि पुलिस की अगर गलती है तो पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा है कि बेगुनाह छात्रों को नहीं फंसने दिया जाएगा. कुलपति ने 5 जनवरी के बाद एएमयू के चरणबद्ध तरीके से खोलने की बात कही है. कुलपति ने लिखा कि छात्रों के नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती और विश्वविद्यालय प्रशासन जो भी निर्णय लेगा. वह छात्रों के हित में लेगा. कैंपस के अंदर छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई पर कुलपति ने दुख जताया है और जिन छात्रों को चोट लगी हैं. विश्वविद्यालय इंतजामिया उनके साथ खड़ा है.
स्वस्थ्य लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण
पत्र में लिखा गया है कि जामिया मिलिया इस्लामिया के दो छात्रों की मृत्यु की अफवाह से छात्र उग्र हो गए. वहीं हॉस्टल खाली कराने पर कुलपति ने लिखा की परिस्थितियों के अनुसार सोच समझकर निर्णय लिया गया. इसमें कुछ छात्रों को परेशानी हुई, जिसके लिए उन्होंने खेद जताया है. कुलपति ने पत्र के अंतिम पैरा में कहा है कि छात्रों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के जज्बे का सम्मान करता हूं. लिखा है कि एएमयू प्रशासन छात्रों के अधिकारों को कुचलने का पक्षधर नहीं है. स्वस्थ लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है.
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क्या लिखा है खत में
कुलपति ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा है कि बहुत महत्वपूर्ण समय में पत्र लिख रहा हूं. छात्र विश्वविद्यालय जब लौटेंगे, इस बात को अवश्य याद रखें कि एक कुलपति के नाते मैंने इस विश्वविद्यालय की सुरक्षा और यहां के छात्रों की भलाई का वचन दिया है. विश्वविद्यालय परिसर में अराजकता के वातावरण से एएमयू की छवि धूमिल होगी और झूठी अफवाहों को बल मिलेगा. कुलपति ने पत्र में लिखा कि उन्हें विश्वविद्यालय के छात्रों के विवेक पर पूर्ण विश्वास है और यह आशा है कि वह स्वार्थी तथा अवसरवादी तत्व को अपनी समस्याओं का दुरुपयोग करने का अवसर नहीं देंगे.