आगरा: ताजनगरी में मंगलवार की शाम भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाल रही थी. गाते बजाते श्रद्धालुओं का रेला आगे बढ़ रहा था. तभी बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे रथ के नीचे दब गए और चीख पुकार मच गई. श्रद्धालुओं ने रथ को रोका और बच्चे व महिलाओं को रथ के नीचे से बाहर निकला. गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है.
भगवान जगन्नाथ यात्रा रथ के नीचे दबी महिलाएं और बच्चे, मची भगदड़
आगरा में भगवान जगन्नाथ यात्रा का रथ अचानक से आगे बढ़ जाने पर 50 से ज्यादा महिलाएं और बच्चे दब गए. गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है.
महिलाएं व बच्चे रथ के नीचे दबे:बल्केश्वर महादेव मंदिर के पास से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जानी थी. जिसे देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे गए. महाप्रभु के रथ की रस्सी खींचने के लिए लोग आगे आने लगे. इसी दौरान रथ अचानक आगे बढ़ गया. जिससे रथ की रस्सी खींच रहीं महिलाएं व बच्चे रथ के नीचे दब गए. इससे चीख पुकार और भगदड़ मच गई. गनीमत रही कि श्रद्धालुओं ने जैसे-तैसे रथ को रोककर महिला और बच्चों को बाहर निकालना शुरू किया. भीड़ की भगदड़ को बमुश्किल काबू किया गया. रथ के नीचे 50 से ज्यादा महिला और बच्चे चोटिल हुए है. मगर, किसी को गंभीर चोट नहीं आई हैं. जिससे आयोजकों की जान में जान आई.
ताल ध्वज पर बिराजे श्रीजगन्नाथ:भक्ति का ऐसा सैलाब जहां, श्रद्धाभाव में डूबे भक्तजनों की आस्था और श्रीहरि की कृपा के अतिरिक्त कुछ नहीं था. शंखनाद के साथ श्रीहरि के पट खुले तो परमानन्द की ऐसी अवस्था में डूबे नजर आये. श्रद्धालु अपने भगवान की राह में झाड़ू लगाते तो कहीं सतरंगी रंगोली सजाते दिखाई दिए. कहीं कीर्तन पर झूमते तो कहीं एकटक निगाह से दर्शन की अभिलाषा में डूबे दिखे. पट खुलते ही हरि बोल के जयकारों संग दोनों हाथ ऊपर उठाए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने खुद को मानों श्रहरि को समर्पित कर दिया. कमला नगर स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर तक रथ को गाते बजाते, नृत्य करते हुए भक्तजन खींचकर लेकर गए. इसके बाद मंदिर में श्रीजगन्नाथ बिराज गए.