आगरा:भले ही केंद्र सरकार ने तीन तलाक के लिए कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं की मदद की कोशिश की हो लेकिन आज भी मुस्लिम महिलाएं इस अभिशाप को झेल रही हैं. ऐसा ही एक मामला ताजनगरी आगरा में सामने आया है. प्रेम के बाद अहमदाबाद से शादी कर आगरा आई एक महिला को भीख मांगकर अपना और अपने बेटे का पेट भरना पड़ रहा है.
तीन माह से भूखी प्यासी महिला अपने ऊपर हुए अत्याचारों की दास्तान अधिकारियों के सामने सुना रही है, पर अभी तक उसे न्याय नहीं मिल पाया. बता दें कि आगरा निवासी आरोपी पति का व्यापार अहमदाबाद में चलता था और वहां उसकी मुलाकात तलाकशुदा पीड़िता से हुई. सात साल तक चले प्रेम संबंध के बाद दोनों ने शादी कर ली.
पति ने उसे आगरा लाकर किराए के मकान में रखा था. अपना सब कुछ छोड़कर आई पीड़िता को ससुराल आने के बाद दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा. इसके बाद बीते फरवरी माह में अचानक उसका पति आया और उसे तीन बार तलाक बोलकर वापस अपने परिजनों के पास चला गया.
इसके बाद पीड़िता का देवर घर आया और उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता ने कई बार थाने के चक्कर लगाए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद आगरा एसएसपी कार्यालय पर शिकायत के बाद कई धाराओं में आरोपी पति, सास-ससुर, दो जेठ व देवर पर मुकदमा दर्ज हुआ है. हालांकि अभी भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पीड़िता तीन महीने से अधिक समय से भीख मांगकर अपना और अपने बेटे का पेट पाल रही है. आज पीड़िता ने एसएसपी कार्यालय पर आत्महत्या की धमकी दी. फिर आनन-फानन में अधिकारियों ने उसे ताजगंज थाने से कार्रवाई की बात कही. पूरे मामले में एसएसपी बबलू कुमार से पुलिस का पक्ष जानने का प्रयास किया गया पर उन्होंने कैमरे के सामने बोलने से इनकार कर दिया.