आगराः जिला प्रशासन और पुलिस टीम ने ताजनगरी में एक पेंटर की मौत का 'राज' जानने के लिए 9 माह बाद मंगलवार को कब्र खोदकर शव बाहर निकाला. पेंटर पति का कंकाल कब्र से बाहर आते ही पत्नी फफक कर रोने लगी. बोली, 'देर हुई मगर, जिस न्याय और पति की मौत का 'राज' जानने के लिए मैं भटक रही थी. अब मुझे न्याय मिलेगा.' चिकित्सकों की टीम कब्र से निकाले गए पेंटर के कंकाल का बुधवार को पोस्टमार्टम करेगी. जिसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी. इसके आधार पर सिकंदरा थाना में दर्ज कराए गए मुकदमे के आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि, गांव सकराया (वृंदावन, मथुरा) निवासी शाबना की शादी पांच साल पहले पेंटर रफीक से हुई थी. रफीक और शाबाना अपने दो बेटों के साथ सिकंदरा थाना क्षेत्र के रुनकता स्थित गांव चौमा में रह रहे थे. शबाना का आरोप है कि 15 अक्टूबर 2021 को पति रफीक की मोहल्ला निवासी पप्पू, दिलवर, वकील, शकील और नसीब से कहासुनी हो गई थी. आरोपियों ने पति की पिटाई कर दी थी.
शाबाना ने बताया कि उसके पति ने रुनकता चौकी पुलिस चौकी पर शिकायत की. वहीं, आरोपी उसी दिन पति रफीक को राजीनामा कहकर अपने साथ ले गए. इसके बाद से पति घर नहीं लौटा और उसका शव मिला. शबाना ने बताया कि वह लगातार अपनी शिकायत लेकर भटकती रही. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर सिकंदरा थाना पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ जून 2022 में मुकदमा दर्ज किया. पति की मौत की वजह जानने के उसने डीएम से कब्र खोदकर शव का पोस्टमार्टम कराने की गुहार लगाई थी.