आगरा: नगर निगम के पार्षदों का तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है .लेकिन इसके बावजूद भी उनके क्षेत्रों में विकास के कार्य अधूरे पड़े हैं, जिसको लेकर के क्षेत्रीय जनता में पार्षदों के प्रति गहरा आक्रोश बढ़ता जा रहा है .नगर निगम के वार्ड 23 मोहनपुरा के सुंदर पाड़ा में वर्षों से सीवर ओवरफ्लो की समस्या से लोग जूझ रहें हैं, जिससे रोजना गली में सीवर का गंदा पानी उफनता रहता है.
सीवर ओवरफ्लो की समस्या से जूझ रहे सुंदर पाड़ा के लोगों की जुबानी सरकारी टंकी बनी शो पीससुंदरपाड़ा गली नंबर 1 निवासी अशोक ने बताया कि बस्ती वालों को पानी की किल्लत से दो- चार होना पड़ता है. इतना ही नहीं उन्हें पानी लेने के लिए के 2 किलोमीटर दूर से तक जा कर पानी भरके लाना पड़ता है .बस्ती में सरकारी टंकी है, लेकिन समर्सिबल खराब होने की वजह से टंकी शो पीस बनी हुई है.
नगर निगम के वार्ड 23 मोहनपुरा के सुंदर पाड़ा में वर्षों से सीवर ओवरफ्लो की समस्या से लोग जूझ रहें हैं. गंदगी का है अंबारबहुजन समाज का बाहुल्य इलाका कहे जाने वाले सुंदरपाड़ा में सामुदायिक केंद्र बना हुआ है. बस्ती के लोग मांगलिक कार्यक्रमों को यहीं करते हैं, लेकिन यहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है .इतना ही नहीं यहां गेट तक टूट गया है .किशन देवी और चंदन सिंह ने बताया कि यहां नगर निगम का कोई भी कर्मचारी नहीं आता है.
सुंदर पाड़ा में गंदगी का अंबार सीवर की ओवरफ्लो समस्यासुंदर पाड़ा निवासी उर्मिला ने बताया कि पार्षद ने इलाके की और गलियां तो बनवा दीं ,लेकिन इस गली को छोड़ दिया. उन्होनें बताया कि सुबह के टाइम सीवर ओवरफ्लो होता है, जिससे सीवर का गंदा पानी सड़क पर बहता है, जिससे निकलना तो दूर रहना भी किसी चुनौती से कम नहीं है.
सफाई नहीं होने से सुंदर पाड़ा में लगा गंदगी का अंबार एक दशक से नहीं हुआ विकास स्थानीय निवासी महेंद्र सिंह ने बताया कि सरकारें कई आईं, पार्षद कई बदल गए, लेकिन गली नंबर एक विकास की बांट जोह रहा है. पार्षद भी फाइल नगर निगम में लगी होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.
गंदगी से बीमार पड़ रहे बच्चेस्थानीय निवासी बैजंती देवी ने बताया कि सीवर ओवरफ्लो होने से गली में गंदा पानी बहता है, जिससे मच्छर भी पनपने लगे हैं, जिसकी वजह से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. वार्ड 23 के पार्षद राजेंद्र महौर का 3 वर्ष का कार्य काल पूरा हो गया है, लेकिन उनके कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां विकास तक नहीं हुआ है. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि पार्षद द्वारा सड़क, सीवर और गंदगी से सुंदर पाड़ा के निवासियों को कब तक निजात दिला पाते हैं.