आगरा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण मतदान के लिए चुनावी चौसर बिछ गई है. पहले चरण में आगरा, अलीगढ़ और मथुरा समेत 11 जिलों की 58 विधानसभा सीट पर 10 फरवरी को मतदान होना है. आगरा में टिकट कटने पर खूब बगावत हुई है. जिले में सबसे ज्यादा बसपा के 8 नेताओं ने हाथी का साथ नहीं मिलने पर पाला बदल दिया और अब भाजपा, सपा और रालोद के उम्मीदवार हैं. जानें आगरा में दल बदलकर आए कौन-कौन अब 'माननीय' बनने के लिए मैदान में हैं. पढ़ें ईटीवी भारत की ये रिपोर्ट...
ताजनगरी में 9 विधानसभा हैं. सन् 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा लहर चली और सभी 9 विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार जीते. इनमें से आगरा छावनी के विधायक डॉ. जीएस धर्मेश और फतेहपुर सीकरी के विधायक चौधरी उदयभान सिंह को योगी सरकार में राज्यमंत्री भी बनाया गया. मगर, सन् 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 5 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए. इसके बाद से ही आगरा में दलबदल की शुरुआत हुई.
एत्मादपुर विधानसभा: यहां सभी का बदला दलगत दिल
एत्मादपुर के मौजूदा विधायक रामप्रताप सिंह चौहान का टिकट काटकर भाजपा ने सपा से आए पूर्व विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह को मैदान में उतारा है. सन 2017 के विधानसभा चुनाव में विधायक रामप्रताप सिंह चौहान ने तब बसपा प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह को हराया था. डॉ. धर्मपाल सिंह पहले बसपाई फिर सपाई और अब भाजपाई बने हैं. भाजपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रहे प्रबल प्रताप उर्फ राकेश बघेल ने भी पाला बदल लिया. राकेश बघेल अब बसपाई बनकर कमल छोड़कर हाथी पर सवार होकर एत्मादपुर से चुनाव मैदान में हैं. उन्हें बसपा प्रत्याशी सर्वेश बघेल का टिकट काटकर मैदान में उतारा गया है. अब सर्वेश बघेल भी नीला खेमा छोड़ कर आजाद समाज पार्टी से चुनाव मैदान में हैं.
खेरागढ़ विधानसभा: बसपा के बागी बने भाजपा और रालोद के उम्मीदवार
खेरागढ़ के मौजूदा भाजपा विधायक महेश गोयल का भी टिकट काटकर भाजपा ने कुछ दिन पहले बसपा से आए पूर्व विधायक भगवान सिंह कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है. भगवान सिंह कुशवाहा खेरागढ़ से दो बार के बसपा विधायक रहे हैं. सन 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा विधायक महेश गोयल ने हराया था. इसके साथ ही भाजपा से टिकट न मिलने पर नाराज वरिष्ठ भाजपा नेता दिगंबर सिंह धाकरे ने पार्टी से बगावत कर दी और अब वह निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. रालोद ने बसपा से आए रौतान सिंह को टिकट दिया.
बाह विधानसभा: बसपा के पूर्व विधायक पर सपा का दांव
बाह विधानसभा में भी दल बदल का असर दिखाई दे रहा है. बाह से पूर्व में बसपा के विधायक रहे मधुसूदन शर्मा को समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. मधुसूदन शर्मा सपा के निवर्तमान जिला अध्यक्ष भी हैं. अब फतेहाबाद के भाजपा विधायक जितेंद्र वर्मा के पार्टी छोड़ने से उनकी स्थिति और मजबूत हुई है.