आगरा:जिले में जमातियों के बाद कोरोना संक्रमण का 'सुपर स्प्रेडर' पारस हॉस्पिटल के संचालक और मैनेजर के खिलाफ आखिरकार मुकदमा दर्ज हो गया. 'सुपर स्प्रेडर' पारस हॉस्पिटल से आगरा के अलावा दस जिलों में कोरोना संक्रमण फैला है.
ईटीवी भारत ने भी पारस हॉस्पिटल को 'सुपर स्प्रेडर' बताया था तभी से लगातार पारस हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ लोग एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार को एफआईआर दर्ज कराई गई है.
इससे जिला प्रशासन की लापरवाही और कार्रवाई पर फिर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि, 'सुपर स्प्रेडर' पारस हॉस्पिटल से अकेले आगरा में 25 लोग संक्रमित हुए हैं, जिनमें से दो महिलाओं की मौत हो चुकी है.
आगरा दिल्ली हाईवे पर भगवान टाकीज के पास स्थित पारस हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमण फैलने का सिलसिला 6 अप्रैल को शुरु हुआ था. कोरोना पॉजीटिव मरीजों के आंकड़े में पारस हॉस्पिटल बड़े एपिसेंटर के रूप में बाहर निकला है. इस हॉस्पिटल से इलाज कराने वाले मरीज आगरा, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, फरूर्खाबाद, इटावा और अन्य जिलों में यहां से संक्रमित हुए लोगों की पुष्टि हो चुकी है. पारस हॉस्पिटल से आगरा में महज दस दिनों में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 25 हो गई है. शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में पारस हॉस्पिटल से कोरोना संक्रमण फैला.
देर से कार्रवाई पर उठे सवाल
जिला प्रशासन ने भगवान टॉकीज स्थित पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ अरिंजय जैन और मैनेजर एसपी यादव के खिलाफ प्रशासन से जानकारी छुपाये जाने और सही रिपोर्ट न देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. दोनों के खिलाफ आईपीसी धारा 188, 269,270, 271 में मुकदमा दर्ज हुआ है. 6 अप्रैल को जब पहला मामला सामने आया था तभी से लोग हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. लोगों का गुस्सा संक्रमित मरीजों की संख्या के साथ लगातार बढ़ता जा रहा था.